भारत ने बांग्लादेश से और अधिक वस्तुओं के आयात पर लगाया प्रतिबंधBy Admin Tue, 12 August 2025 08:06 AM

नई दिल्ली — भारत ने बांग्लादेश से आयातित होने वाले कुछ और उत्पादों पर प्रतिबंध लगाते हुए सीमा के किसी भी स्थलीय बंदरगाह (लैंड पोर्ट) से उनकी एंट्री पर रोक लगा दी है। यह कदम दोनों देशों के बीच बिगड़ते संबंधों के बीच उठाया गया है और इसमें कई नए जूट उत्पाद शामिल किए गए हैं।

तुरंत प्रभाव से लागू इस प्रतिबंध में अब ब्लीच और अनब्लीच बुने हुए जूट या अन्य टेक्सटाइल बास्ट फाइबर के कपड़े, जूट से बनी रस्सी, डोरी, ट्वाइन, कॉर्डेज़ और केबल, तथा जूट के बोरे और बैग शामिल हैं।

ये वस्तुएँ असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिज़ोरम के किसी भी लैंड कस्टम्स स्टेशन या इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट से, साथ ही पश्चिम बंगाल के चांगराबांधा और फूलबाड़ी एलसीएस से भारत में प्रवेश नहीं कर पाएंगी।

विदेश व्यापार महानिदेशक (DGFT) द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, इन वस्तुओं का आयात केवल नवी मुंबई के न्हावा शेवा सीपोर्ट के माध्यम से ही संभव होगा। अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि ये प्रतिबंध बांग्लादेश के नेपाल या भूटान को निर्यात पर लागू नहीं होंगे, लेकिन नेपाल या भूटान से इन वस्तुओं का पुनः निर्यात भारत को नहीं किया जा सकेगा।

इससे पहले, 27 जून को जारी अधिसूचना में विभाग ने बांग्लादेश से आने वाले कई अन्य उत्पादों को नियंत्रित श्रेणी में रखा था, जिनमें फ्लैक्स टौ और वेस्ट (यार्न वेस्ट और गार्नेटेड स्टॉक समेत), कच्चा या रेटेड जूट और अन्य टेक्सटाइल बास्ट फाइबर, सिंगल फ्लैक्स यार्न, सिंगल और मल्टीपल फोल्डेड जूट यार्न, फ्लैक्स के बुने हुए कपड़े, और अनब्लीच जूट फैब्रिक शामिल थे।

इसके अलावा, 17 मई को भारत ने बांग्लादेश से रेडीमेड गारमेंट्स और प्रोसेस्ड फूड जैसी वस्तुओं के आयात पर भी स्थलीय सीमा चौकियों से रोक लगा दी थी। यह फैसला करीब 770 मिलियन डॉलर (₹6,600 करोड़) मूल्य के सामान को प्रभावित करने वाला माना जा रहा है। इसमें से केवल रेडीमेड गारमेंट्स का मूल्य 618 मिलियन डॉलर (₹5,290 करोड़) है, जिनका आयात अब सिर्फ न्हावा शेवा और कोलकाता सीपोर्ट्स से ही किया जा सकेगा।

अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं में फ्रूट-फ्लेवर्ड कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड फूड, कपास और कपास यार्न वेस्ट, प्लास्टिक व पीवीसी तैयार उत्पाद, और लकड़ी का फर्नीचर शामिल हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 153 मिलियन डॉलर (₹1,310 करोड़) आंकी गई है।

भारत का यह कदम अप्रैल में बांग्लादेश सरकार द्वारा भारत से यार्न आयात पर स्थलीय मार्ग से पाबंदी लगाने के बाद आया है। इससे पहले भारत ने बांग्लादेश के लिए ट्रांस-शिपमेंट सुविधा भी समाप्त कर दी थी, जिसके तहत वह भारतीय सीपोर्ट और एयरपोर्ट के जरिए अपने उत्पाद अन्य देशों को निर्यात कर सकता था।

व्यापारिक आंकड़ों के अनुसार, चीन के बाद भारत बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। वित्त वर्ष 2022-23 में भारत-बांग्लादेश व्यापार लगभग 16 बिलियन डॉलर का रहा, जिसमें बांग्लादेश ने भारत से करीब 14 बिलियन डॉलर का आयात किया और भारत को 2 बिलियन डॉलर का निर्यात किया।

 

With inputs from IANS