कावेरी कपूर ने नेपोटिज़्म पर तोड़ी चुप्पी, आलोचना झेलने वालों के प्रति जताया समर्थनBy Admin Tue, 09 September 2025 06:45 AM

मुंबई : फ़िल्ममेकर शेखर कपूर की बेटी कावेरी कपूर ने फ़िल्म इंडस्ट्री में चल रही नेपोटिज़्म बहस पर अपनी राय रखी है।

आईएएनएस को दिए एक विशेष इंटरव्यू में कावेरी ने कहा कि उन्हें उन लोगों के लिए सहानुभूति है जो नेपोटिज़्म की वजह से अक्सर आलोचना और निशाने पर आ जाते हैं।

अपनी बात रखते हुए कावेरी ने कहा, “मेरे करीबी दोस्तों में से—माँ-पापा को छोड़कर—ज्यादातर लोग एक्टिंग से जुड़े नहीं हैं, इसलिए उनका इस मुद्दे पर कोई मज़बूत विचार नहीं है। लेकिन व्यक्तिगत रूप से मैं समझती हूँ कि लोगों की नाराज़गी जायज़ है क्योंकि अवसरों में बड़ा अंतर है। फिर भी किसी ऐसे इंसान से नफ़रत करना ठीक नहीं, जो सिर्फ़ अपना जुनून पूरा करना चाहता है।”

उन्होंने आगे कहा, “अगर आप जुनूनी हैं, मेहनत करने के लिए तैयार हैं और आपके पास सपनों को पूरा करने के साधन हैं—तो क्यों नहीं? हाँ, लोगों की नाराज़गी अपनी जगह सही है, लेकिन अगर आलोचना झेल रहे व्यक्ति की स्थिति में खुद को रखकर देखें तो शायद नज़रिया बदल जाए। अगर आपने ज़िंदगीभर एक्टिंग का सपना देखा है और आपको मौक़ा मिल जाए—तो कोई भी उसे ठुकराएगा नहीं। इस मुद्दे के दो पहलू हैं, और यह आसान नहीं है। लेकिन मुझे उन लोगों के लिए सहानुभूति है जो नेपोटिज़्म के कारण निशाने पर आते हैं।”

कावेरी ने यह भी साफ किया कि स्टार किड होने का यह मतलब नहीं है कि सब कुछ आसानी से मिल जाता है। उन्होंने स्वीकार किया कि शुरुआत करने में आसानी हो सकती है, लेकिन करियर को लंबे समय तक बनाए रखना केवल टैलेंट और मेहनत पर निर्भर करता है।

काम के मोर्चे पर, कावेरी ने कुणाल कोहली की फ़िल्म “बॉबी और ऋषि की लव स्टोरी” से एक्टिंग डेब्यू किया था, जिसमें उन्होंने वर्धन पुरी के साथ काम किया। अब वह अपने पिता शेखर कपूर के साथ बहुचर्चित सीक्वल “मासूम 2” में नज़र आने वाली हैं।

 

With inputs from IANS