मुंबई (IANS): अभिनेत्री कुब्रा सैत ने मदर्स डे के मौके पर आईएएनएस से खास बातचीत में अपनी मां को लेकर दिल की बातें साझा कीं।
कुब्रा ने बताया कि उनकी मां हमेशा से उनके लिए ताकत और प्रेरणा का एक स्थायी स्रोत रही हैं।
अपने बचपन की एक प्यारी याद साझा करते हुए कुब्रा ने कहा, “मेरी मां मुझे जैसे चीन की गुड़िया समझती थीं – नाजुक, सुंदर और दिलचस्प। मेरे बचपन में मां ने मेरे लिए जो कुछ किया है, वो अविश्वसनीय है। जब मुझे स्कूल में बुली किया गया, तो उन्होंने बिना किसी हिचक के मेरा स्कूल बदल दिया। उन्होंने कभी समाज के आगे झुक कर यह नहीं कहा कि ‘कोई बात नहीं, मेरी बेटी यह सब सह लेगी।’ बल्कि उन्होंने मुझे समाज से मजबूत बनने की सीख दी। यह एक ऐसा अनमोल तोहफा है जिसे मैं हमेशा अपने दिल में संजोकर रखूंगी।”
उन्होंने आगे कहा, “हमारे पास एक दर्जी हुआ करता था, जिनका नाम था बालाजी टेलर। वह बेंगलुरु के एक छोटे से इलाके 'वनारपेट' में एक छोटी सी दुकान में सिलाई करते थे। मेरी मां वहां जाती थीं और कपड़ों के कैटलॉग से अलग-अलग डिज़ाइन्स चुनती थीं — किसी एक से कॉलर, दूसरे से फ्रिल, तीसरे से ए-लाइन डिज़ाइन, किसी और से कफ और बटन। फिर वह सारा सामान खुद खरीदकर मेरे लिए कपड़े बनवाती थीं। मैं ज़रा नासमझ थी, उन्हें गंदा कर देती थी और छोटी-मोटी डांट भी खा जाती थी।”
'सेक्रेड गेम्स' फेम कुब्रा ने आगे कहा, “अगर मुझे मां से कुछ अपनाना है, तो वह है उनका 'कभी हार न मानने वाला रवैया'। मेरी मां सचमुच एक फाइटर हैं। वह अद्भुत हैं। और सबसे खास बात ये है कि समाज ने उन्हें कठोर नहीं बनाया। उनके भीतर आज भी एक बच्चा है — जिज्ञासु और उत्साहित। मेरी मां एक वाकई में खूबसूरत महिला हैं।”