मुंबई — ट्विन बहनों सुरभि और समृद्धि मेहरा ने साझा किया है कि रियलिटी शो ‘छोरियां चली गांव’ में पहली बार अलग-अलग प्रतिस्पर्धा करना उनके लिए एक नया और रोमांचक अनुभव होगा।
इस जोड़ी ने कहा कि यह नई चुनौती उन्हें अप्रत्याशित तरीकों से परखेगी और सिखाएगी। शो के बारे में बात करते हुए सुरभि ने कहा,
“मैंने हमेशा तेज़ रफ्तार जिंदगी जी है—जहाँ दिनचर्या व्यस्त होती है, और शहर की भागदौड़ हर वक्त साथ रहती है। मेरी दुनिया अलग-अलग शिफ्ट, शूटिंग और हमेशा जुड़े रहने की जरूरत के इर्द-गिर्द घूमती रही है। ऐसे में जब ‘छोरियां चली गांव’ का मौका आया, तो मैं उत्साहित भी थी और थोड़ी घबराई भी। गांव में बिना गैजेट्स, वाई-फाई और शहर की चहल-पहल के रहना एक बड़ा बदलाव होगा, लेकिन इसी बदलाव ने मुझे आकर्षित किया।”
अलग-अलग प्रतिस्पर्धा करने को लेकर उन्होंने कहा,
“इस अनुभव को और खास बनाता है मेरी जुड़वां बहन के साथ इसे साझा करना। हम हमेशा एक-दूसरे का साथ देते आए हैं, लेकिन अब यह अनुभव हमें एक नई तरह से परखेगा और सिखाएगा। मैं इस शो को एक तरह का 'पॉज बटन' मानती हूं—जहां हम खुद को फिर से खोज पाएंगे और एक सच्चा, वास्तविक अनुभव जी पाएंगे।”
वहीं, समृद्धि ने कहा,
“हम अक्सर कहते हैं कि हमें अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलना चाहिए—‘छोरियां चली गांव’ मेरे लिए उस सच को जीने का मौका है। मैंने एक तेज़ रफ्तार, स्क्रीन-आधारित और मान्यता पर टिकी दुनिया में परवरिश पाई है। लेकिन यह शो केवल एक नया परिवेश नहीं है, बल्कि एक पूरे माइंडसेट को बदलने वाला अनुभव है। यह आपको धीमा होने, भीतर झाँकने और वास्तव में खुद को ढालने के लिए मजबूर करता है।”
उन्होंने आगे कहा,
“मुझे पता है कि यह सफर आसान नहीं होगा—लेकिन मैं आसान के लिए नहीं, बल्कि असली के लिए यहां हूं। मेरी जुड़वां बहन का साथ होने से हम एक-दूसरे के नए पहलुओं को जान पाएंगे। मैं उन अनपेक्षित पलों, सादे जीवन और इस यात्रा से मिलने वाले हर सबक को लेकर उत्साहित हूं।”
ज़ी टीवी का यह अनूठा रियलिटी शो ‘छोरियां चली गांव’, शहरी और ग्रामीण भारत के बीच की दूरी को पाटने का प्रयास है, जिसमें 11 आत्मनिर्भर महिलाएं शहर की सुख-सुविधाओं को छोड़ कर पारंपरिक ग्रामीण जीवन की सादगी और चुनौतियों से रूबरू होंगी। यह सफर 60 दिनों से अधिक का होगा।
यह शो रणविजय सिंहा द्वारा होस्ट किया जाएगा।
With inputs from IANS