हजारीबाग में माओवादियों ने खनन वाहनों में लगाई आग, फायरिंग में युवक घायलBy Admin Mon, 02 June 2025 06:42 AM

हजारीबाग: प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति (TSPC) के सशस्त्र माओवादियों ने रविवार रात झारखंड के हजारीबाग जिले में खनन कंपनी बीजीआर माइनिंग के दो वाहनों में आग लगा दी और अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में एक युवक घायल हो गया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।

घटना केरेदारी थाना क्षेत्र के पगार-पंडु गांव के पास हुई। बीजीआर माइनिंग कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) की खलारी-डाकरा (KD) परियोजना के तहत कोयला खनन का काम कर रही है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावर हथियारों से लैस थे और उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर पहले फायरिंग की, फिर वहां खड़े वाहनों को आग के हवाले कर जंगल की ओर भाग निकले।

इस दौरान गोलीबारी में एक युवक घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

मौके से सुरक्षा बलों को टीएसपीसी के उप-जोनल कमांडर कौशल के नाम से एक पर्चा मिला है। उसमें एनटीपीसी, सीसीएल, एलएंडटी और अन्य ठेकेदार कंपनियों को बिना संगठन की "अनुमति" के कोई भी कार्य शुरू न करने की चेतावनी दी गई है। चेतावनी का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की धमकी भी दी गई है।

पर्चे में टीएसपीसी ने खुद को स्थानीय आदिवासियों और आम जनता के हित में कार्य करने वाला बताया है। संगठन ने सरकार पर माओवादी विरोधी अभियानों के नाम पर निर्दोष ग्रामीणों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया और अपनी गतिविधियों को शोषण के खिलाफ संघर्ष बताया।

घटना की जानकारी मिलते ही पगार पुलिस चौकी प्रभारी विक्की ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू किया गया। इलाके में गश्ती बढ़ा दी गई है और संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।

इस हमले के बाद केरेदारी और आसपास के क्षेत्रों में खनन कार्यों से जुड़े कर्मचारियों में दहशत का माहौल है।

हाल के हफ्तों में इस तरह की कई घटनाएं सामने आई हैं। मई की शुरुआत में लातेहार जिले के तुरिसात गांव में माओवादियों ने एक खनन स्थल पर छह वाहनों और दो खुदाई मशीनों में आग लगा दी थी। वहीं पिछले सप्ताह खूंटी जिले के रानीया क्षेत्र में पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के उग्रवादियों ने सड़क निर्माण में लगे दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया था।
 

 

With inputs from  IANS