तेज़ बारिश में बस के अंदर सुरक्षित प्रसव: झारखंड में साहस और करुणा की रातBy Admin Mon, 28 July 2025 02:49 PM

कोडरमा – कभी-कभी जान बचाने के लिए ऑपरेशन थिएटर नहीं, बल्कि साहस, मानवता और टीमवर्क की जरूरत होती है। ऐसा ही हुआ झारखंड के कोडरमा में, जब आधी रात को बारिश से भीगी एक सड़क पर चलती बस ‘श्री साईं’ अचानक एक आपातकालीन प्रसव कक्ष में बदल गई।

20 वर्षीय राधा देवी, जो बिहार के वैशाली की रहने वाली हैं, अपने पति सुरज राम, मां और बहन के साथ रांची जा रही थीं। उनकी डिलीवरी की तारीख 2 अगस्त थी, लेकिन अचानक उन्हें लेबर पेन शुरू हो गया।

तेज़ बारिश के बीच अस्पताल दूर थे और भारी बारिश में उन्हें वहां ले जाना संभव नहीं था। जैसे-जैसे राधा की हालत बिगड़ने लगी, बस के अंदर तनाव फैल गया।

इस कठिन घड़ी में इंसानियत आगे आई। बस चालक ने पास ही एक रेलवे ओवरब्रिज के पास खड़ी PCR वैन को देखा और तुरंत मदद मांगी।

पुलिसकर्मी ओम प्रकाश और उनकी टीम ने बिना देर किए डॉक्टर की तलाश शुरू की। कई अस्पतालों के चक्कर लगाने के बाद, आर्यन हॉस्पिटल के डॉ. प्रवीण कुमार मदद के लिए आगे आए और तेज बारिश के बीच टीम के साथ बस तक पहुंचे।

डॉ. कुमार ने मौके का जायजा लेने के बाद निर्णय लिया कि राधा को शिफ्ट नहीं किया जाएगा—प्रसव बस के अंदर ही होगा।

बस के यात्री खुद बारिश में बाहर निकल आए और एक गोपनीय घेरा बनाकर बस को अस्थायी प्रसव कक्ष में बदल दिया।

रात 2:40 बजे, राधा देवी ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। नवजात के पहले रोने की आवाज के साथ ही खुशी की लहर दौड़ गई और तालियों की गूंज सुनाई दी।

बाद में मां और बच्ची को आर्यन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और सोमवार को उन्हें स्वस्थ अवस्था में छुट्टी दे दी गई।

जो एक त्रासदी बन सकती थी, वह मानवता, साहस और एकजुटता की मिसाल बन गई—यह दर्शाते हुए कि करुणा और सहयोग की भावना सबसे कठिन हालात में भी जीवन की जीत सुनिश्चित कर सकती है।

 

With inputs from IANS