भारत ने स्वदेशी इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम का सफल परीक्षण किया, ओडिशा तट से हुआ प्रक्षेपणBy Admin Sun, 24 August 2025 06:58 AM

नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने स्वदेशी इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम (IADWS) का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया है। इसकी घोषणा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को की।

यह परीक्षण शनिवार (23 अगस्त) दोपहर 12:30 बजे ओडिशा तट से किया गया।

राजनाथ सिंह ने एक्स (X) पर जानकारी साझा करते हुए लिखा, “IADWS एक बहु-स्तरीय वायु रक्षा प्रणाली है, जिसमें पूरी तरह स्वदेशी क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल (QRSAM), एडवांस्ड वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) मिसाइलें और उच्च शक्ति वाली लेज़र-आधारित डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW) शामिल हैं।”

डीआरडीओ, सशस्त्र बलों और रक्षा उद्योग को बधाई देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, “यह अनोखा परीक्षण हमारे देश की बहु-स्तरीय वायु रक्षा क्षमता को स्थापित करता है और दुश्मन के हवाई खतरों से महत्वपूर्ण परिसरों की सुरक्षा को और मजबूत करेगा।”

इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम को विभिन्न प्रकार के हवाई खतरों का मुकाबला करने के लिए तैयार किया गया है। इस प्रणाली में राडार, लांचर, टार्गेटिंग और गाइडेंस सिस्टम, मिसाइलें तथा कमांड-एंड-कंट्रोल यूनिट शामिल हैं, जो व्यापक वायु रक्षा क्षमता प्रदान करते हैं।

आयातित प्रणालियों के विपरीत, IADWS पूरी तरह स्वदेशी रूप से विकसित है और इसमें QRSAM, VSHORADS और DEW जैसे कई रक्षा स्तरों का एकीकरण किया गया है, ताकि रणनीतिक परिसंपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

यह सफलता भारत के मिसाइल कार्यक्रम की एक और उपलब्धि के बाद सामने आई है। 20 अगस्त को भारत ने परमाणु क्षमता संपन्न अग्नि-5 मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) से किया था।

रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “अग्नि-5 मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का 20 अगस्त को सफल परीक्षण किया गया। इस प्रक्षेपण ने सभी परिचालन और तकनीकी मानकों को सत्यापित किया और यह सामरिक बल कमान (Strategic Forces Command) के अधीन संचालित हुआ।”

अग्नि-5, भारत की स्वदेशी रूप से विकसित अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का एक संस्करण है। परंपरागत रूप से इसकी मारक क्षमता 5,000 किलोमीटर से अधिक बताई जाती रही है, लेकिन रक्षा अधिकारियों के अनुसार डीआरडीओ वर्तमान में 7,500 किलोमीटर तक की रेंज वाला उन्नत संस्करण विकसित कर रहा है।

इन सफल परीक्षणों के साथ भारत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह स्वदेशी रूप से उन्नत हथियार प्रणालियों का डिज़ाइन और विकास करने में सक्षम है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और अधिक मजबूत होगी।

 

With inputs from IANS