
शिमला - हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले के सुंदरनगर कस्बे में बुधवार को हुए भूस्खलन में दो मकान मलबे की चपेट में आ गए, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई। इनमें से चार एक ही परिवार के थे।
पुलिस के अनुसार, मलबे से अब तक पांच शव बरामद किए गए हैं। मृतकों की पहचान गुरप्रीत सिंह (35), उनकी बेटी कीरत (3), पत्नी भारती (30), शांति देवी (70) और सुरेंद्र कौर (56) के रूप में हुई है।
छठा पीड़ित उस समय मौके से गुजर रहा था और उसकी स्कूटी मलबे में दब गई। वह अभी लापता है।
मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि पुलिस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें मलबा हटाने के काम में जुटी हैं।
उन्होंने कहा, “ऑपरेशन के लिए चार जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं। एहतियात के तौर पर दो आस-पास के मकानों को खाली कराया गया है, जिनमें से एक को आंशिक क्षति पहुँची है।”
उन्होंने आगे कहा कि प्राथमिकता लापता व्यक्ति को ढूँढने और किसी भी और जानमाल के नुकसान को रोकने की है। लगातार बारिश और कीचड़ भूस्खलन से राहत कार्य में कठिनाई हो रही है।
इस बीच, एहतियात के तौर पर सुंदरनगर उपखंड के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बुधवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने बताया कि स्थानीय निवासियों ने पहाड़ दरकने से पहले जोरदार गड़गड़ाहट की आवाज सुनी थी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा,
“सुंदरनगर, मंडी ज़िले में भूस्खलन से तीन लोगों की मौत की खबर अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है। आशंका है कि दो अन्य लोग अभी मलबे में दबे हुए हैं और उनकी तलाश युद्धस्तर पर जारी है। इस हादसे में दो मकान भी पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं। प्रशासन मौके पर मौजूद है और तेज़ी से राहत व बचाव कार्य कर रहा है। जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी गई है।”
उन्होंने आगे कहा, “शोकसंतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ हैं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करे और परिजनों को इस गहन दुःख को सहने की शक्ति दे।”
With inputs from IANS