
आइज़ोल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मिजोरम में 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और उनका उद्घाटन किया। इनमें 51.38 किलोमीटर लंबी बैराबी–सैरांग रेल परियोजना और तीन नई ट्रेनों की शुरुआत भी शामिल है।
पूर्वोत्तर के दो दिवसीय दौरे के तहत पीएम मोदी शनिवार सुबह आइज़ोल पहुँचे। लेकिन भारी बारिश के कारण वे लेंगपुई एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर द्वारा लम्मुअल ग्राउंड नहीं पहुँच पाए और कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने तीन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया—
सैरांग–आनंद विहार (दिल्ली) राजधानी एक्सप्रेस (साप्ताहिक)
कोलकाता–सैरांग–कोलकाता एक्सप्रेस (सप्ताह में तीन दिन)
गुवाहाटी–सैरांग–गुवाहाटी एक्सप्रेस (दैनिक)
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आजादी के आंदोलन से लेकर राष्ट्र निर्माण तक, मिजोरम के लोगों ने हमेशा आगे बढ़कर योगदान दिया है। त्याग और सेवा, साहस और करुणा—ये मूल्य मिजो समाज के केंद्र में हैं।”
उन्होंने कहा, “आज मिजोरम भारत की विकास यात्रा में अहम भूमिका निभा रहा है। यह दिन पूरे देश के लिए ऐतिहासिक है, खासकर मिजोरम के लिए। आज से आइज़ोल भारत के रेलवे मानचित्र पर आ गया है। कुछ साल पहले मुझे आइज़ोल रेल लाइन की आधारशिला रखने का अवसर मिला था और आज गर्व से इसे राष्ट्र को समर्पित कर रहा हूँ।”
कठिन भौगोलिक परिस्थितियों का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “हमारे इंजीनियरों की दक्षता और श्रमिकों की मेहनत ने इसे संभव बनाया।”
रेलवे कनेक्टिविटी के महत्व पर बल देते हुए उन्होंने कहा, “हमारे दिल हमेशा जुड़े रहे हैं, लेकिन अब पहली बार सैरांग सीधे दिल्ली से राजधानी एक्सप्रेस द्वारा जुड़ जाएगा। यह सिर्फ एक रेल संपर्क नहीं है, बल्कि यह परिवर्तन की जीवनरेखा है। यह मिजोरम के लोगों के जीवन और आजीविका में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि नई रेल लाइन शुरू होने से किसानों और कारोबारियों को देशभर के बाज़ारों तक पहुँचने का अवसर मिलेगा। लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के अधिक विकल्प मिलेंगे। साथ ही पर्यटन, परिवहन और आतिथ्य क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर भी बढ़ेंगे।
महत्वाकांक्षी बैराबी–सैरांग रेल परियोजना के उद्घाटन के साथ, आइज़ोल पूर्वोत्तर का चौथा राजधानी शहर बन गया है जो रेल मार्ग से जुड़ा है। इससे पहले गुवाहाटी, अगरतला और ईटानगर जुड़ चुके हैं।
सड़क अधोसंरचना को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ने आइज़ोल बायपास रोड, थेंजावल–सियलसुक रोड और खानकॉन–रोंगुरा रोड सहित कई सड़क परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इससे दक्षिणी जिलों से आइज़ोल तक की यात्रा लगभग डेढ़ घंटे कम हो जाएगी, जिससे आम जनता को बड़ी सुविधा मिलेगी।
NESIDS (Roads) के तहत सर्चिप ज़िले में बनने वाली खानकॉन–रोंगुरा सड़क क्षेत्र के बागवानी किसानों और अन्य लोगों को बेहतर बाज़ार उपलब्ध कराएगी और प्रस्तावित अदरक प्रसंस्करण संयंत्र को भी सहयोग देगी।
सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अपने विज़न को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री त्लांगनुआम में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय का भी उद्घाटन करेंगे। यह स्कूल जनजातीय युवाओं के नामांकन को बढ़ाएगा, ड्रॉपआउट दर को घटाएगा और समग्र शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराएगा।
With inputs from IANS