
चमोली- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को चमोली के नंदा नगर क्षेत्र में बादल फटने की घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि वे राहत एवं बचाव कार्यों की लगातार निगरानी कर रहे हैं।
इस घटना में नंदा नगर के कुंतरी लगाफली और धूर्मा क्षेत्रों में मलबा आने से अब तक 10 लोगों के लापता होने की सूचना है।
सीएम धामी ने एक्स पर पोस्ट किया, “चमोली जिले के नंदानगर घाट क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण आसपास के घरों को नुकसान पहुंचा है। स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची हैं और राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “इस संबंध में मैं लगातार प्रशासन से संपर्क में हूं और स्वयं हालात की बारीकी से निगरानी कर रहा हूं। भगवान से प्रार्थना है कि सभी सुरक्षित रहें।”
कुंतरी लगाफली क्षेत्र से आठ लोग लापता हैं, जिनमें 42 वर्षीय कुंवर सिंह, उनकी पत्नी 38 वर्षीय कांति देवी और उनके दोनों बच्चे 10 वर्षीय विकास और विशाल शामिल हैं। अन्य लापता लोगों में 65 वर्षीय देवेश्वरी देवी, 65 वर्षीय भागा देवी, 70 वर्षीय जगदंबा प्रसाद और 40 वर्षीय नरेंद्र सिंह हैं।
धूर्मा गांव से दो लोग लापता बताए गए हैं—75 वर्षीय गुमान सिंह और 38 वर्षीय ममता देवी।
राहत कार्यों के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और लोक निर्माण विभाग की टीमें मौके पर तैनात की गई हैं। जेसीबी मशीनों और अन्य उपकरणों की मदद से मलबा हटाने का काम जारी है।
अब तक दो लोगों को जिंदा मलबे से निकाला गया है, जबकि कठिन हालात के बावजूद खोज और बचाव अभियान जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि तीन एंबुलेंस के साथ एक मेडिकल टीम भी मौके पर भेजी गई है। हालांकि लगातार बारिश और दुर्गम भूभाग बचाव कार्य में बड़ी बाधा बन रहे हैं।
मौसम विभाग ने चमोली में आने वाले दिनों में और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई निवासी अभी भी अपने घरों के अंदर फंसे हो सकते हैं।
प्रशासन की टीमें लापता लोगों की तलाश कर रही हैं, जबकि नए भूस्खलन का खतरा भी लगातार बना हुआ है।
With inputs from IANS