सशस्त्र बलों के लिए एआई और आधुनिक तकनीक का उपयोग अनिवार्य: जनरल चौहानBy Admin Fri, 19 September 2025 11:23 AM

रांची — चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने शुक्रवार को कहा कि भारत की रक्षा क्षमता को मजबूत बनाने के लिए आधुनिक तकनीकों, विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), का उपयोग बेहद जरूरी है।

रांची के खेलगांव परिसर में पूर्वी कमान द्वारा आयोजित ईस्ट टेक संगोष्ठी 2025 को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य के युद्ध केवल पारंपरिक हथियारों से नहीं, बल्कि साइबर और अंतरिक्ष जैसे नए क्षेत्रों में भी लड़े जाएंगे।

उन्होंने कहा, “हमें रक्षा उत्पादन की नींव को मजबूत करना होगा और बदलती तकनीक के अनुरूप चलना होगा। आने वाले समय में एआई और अन्य नवाचार निर्णायक भूमिका निभाएंगे।”

जनरल चौहान ने कहा कि आधुनिक युद्ध में हथियारों का चयन और उनका उपयोग रणनीतिक सोच से होना चाहिए। इसके लिए अनुसंधान एवं विकास को बदलते भू-राजनीतिक और तकनीकी परिदृश्यों के अनुरूप करना होगा।

उन्होंने स्वीकार किया कि भारत ने आत्मनिर्भरता की राह देर से शुरू की, लेकिन अब सरकार व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ रही है और विशेषकर साइबर व अंतरिक्ष क्षेत्रों में स्वदेशी क्षमताएं विकसित कर रही है।

उन्होंने केंद्र सरकार की एक्ट ईस्ट पॉलिसी से तकनीकी विकास को जोड़ते हुए कहा कि झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे पूर्वी राज्यों की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

उन्होंने कहा, “युद्ध विज्ञान और कला दोनों है। आज के समय में योद्धा को रचनात्मक और नवाचारी होना होगा।”

कार्यक्रम का उद्घाटन झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।

 

With inputs from IANS