
जम्मू — जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में शनिवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में एक सेना का जवान घायल हो गया। वहीं, किश्तवाड़ में भी आतंकवाद-रोधी अभियान जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि उधमपुर जिले के दुदु क्षेत्र में, जो डोडा और उधमपुर के बीच स्थित सीओज धर की ऊँचाई वाले इलाके से सटा है, सुराग के आधार पर संयुक्त बलों ने अभियान शुरू किया। जब सुरक्षा बल आतंकवादियों के नजदीक पहुँचे तो मुठभेड़ शुरू हो गई, जो अभी जारी है।
जम्मू के आईजीपी ने एक्स पर पोस्ट किया, “मुठभेड़ जारी है। एसओजी, पुलिस और भारतीय सेना की संयुक्त टीमें मौके पर मौजूद हैं।”
इस साल 26 जून को इसी इलाके के दुदु-बासंतगढ़ के जंगलों में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का टॉप कमांडर हाइदर मारा गया था, जो पिछले चार वर्षों से सक्रिय था। इससे पहले 25 अप्रैल को बासंतगढ़ क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान एक सैनिक शहीद हुआ था।
इधर किश्तवाड़ जिले में शनिवार को आतंकवाद-रोधी अभियान जारी रहा। नगरोता मुख्यालय वाले व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने बताया, “किश्तवाड़ के सामान्य क्षेत्र में खुफिया सूचना के आधार पर 19 सितम्बर रात करीब 8 बजे सतर्क जवानों ने आतंकवादियों से संपर्क स्थापित किया। गोलीबारी हुई और अभियान अभी जारी है।”
इसके अलावा, पुंछ जिले में एक और संयुक्त अभियान में युद्ध जैसे सामान बरामद किए गए। व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने एक्स पर पोस्ट किया, “#JointOperation | सतर्क जवानों ने #JKP के साथ संयुक्त तलाशी अभियान में एक एके सीरीज हथियार, चार मैगजीन, 20 हैंड ग्रेनेड और अन्य सामान बरामद किया। तलाशी अभियान जारी है।”
संयुक्त बल जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों, उनके ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) और समर्थकों के खिलाफ लगातार आक्रामक अभियान चला रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, ड्रग्स तस्करों और हवाला नेटवर्क से मिलने वाला धन आतंकवादियों को जिंदा रखने के लिए इस्तेमाल होता है। इसी वजह से संयुक्त बलों की संशोधित रणनीति में आतंकवादियों, उनके OGWs, समर्थकों के साथ-साथ नशा तस्करों और हवाला कारोबारियों को भी निशाने पर लिया जा रहा है।
ज्यादातर ड्रग्स और हवाला की जड़ें एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) के पार से जुड़ी हुई पाई गई हैं। जम्मू-कश्मीर में 240 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा (जम्मू, कठुआ और सांबा जिलों में) और 740 किलोमीटर लंबी एलओसी (बारामुला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा, पुंछ और राजौरी जिलों में) फैली हुई है।
अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा सीमा सुरक्षा बल (BSF) संभालती है जबकि एलओसी की सुरक्षा भारतीय सेना करती है।
With inputs from IANS