
नई दिल्ली – देशभर में नवरात्रि उत्सव की धूम देखने को मिल रही है, और इस शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिरों में आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे।
यह नौ दिवसीय पर्व माता दुर्गा को समर्पित है और हिंदू धर्म में इसे अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह उत्सव दुर्गा माता की राक्षस महिषासुर पर विजय का प्रतीक है, जो अच्छाई की बुराई पर जीत और धर्म की पुनर्स्थापना का संदेश देता है।
देशभर के मंदिरों को खूबसूरती से सजाया गया है, जिससे त्योहारी माहौल और भी जीवंत हो गया है।
उत्तराखंड में हरिद्वार के मां मनसा देवी मंदिर में भव्य व्यवस्थाओं का दृश्य देखने को मिला, जहां श्रद्धालुओं ने विशेष आरती में भाग लिया और प्रार्थना की।
मंदिर के पुजारी ने IANS को बताया, "शारदीय नवरात्रि के दौरान श्रद्धालु माता को बड़े भक्ति भाव से प्रसाद चढ़ाते हैं, जिसमें पान के पत्ते, नारियल और अन्य सामग्री शामिल होती है। नवरात्रि के पहले दिन माता के पहले रूप, शैलपुत्री, की पूजा की जाती है।"
एक श्रद्धालु ने कहा, "हम प्रार्थना करते हैं कि माता रानी सभी को आशीर्वाद दें और हर घर में खुशहाली और समृद्धि लाएं।"
जम्मू और कश्मीर में श्रद्धालु कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में 'जय माता दी' का जाप करते हुए उमड़ पड़े।
एक भक्त ने कहा, "आज मेरा जन्मदिन भी है और नवरात्रि का पहला दिन भी। मैं इसे माता रानी के साथ मनाना चाहता था, इसलिए आशीर्वाद लेने यहां आया।"
हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्ति पीठ नैनादेवी मंदिर में भी बड़ी भीड़ जुटी।
मंदिर के पुजारी ने बताया, "माता सती की आंखें माता श्री नैनादेवी के दरबार में गिरीं, इसलिए इस धार्मिक स्थल का नाम श्री नैनादेवी जी रखा गया। नवरात्रि के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता जी के दरबार में पूजा के लिए पहुंचते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।"
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शैलपुत्री मंदिर में भी सुबह से हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए जुटे।
एक भक्त ने कहा, "नवरात्रि का पहला दिन शैलपुत्री माता के दर्शन के बिना अधूरा माना जाता है। यही कारण है कि वाराणसी का यह मंदिर श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम है।"
दिल्ली में श्री झंडेवाला देवी मंदिर में सुबह 5 बजे से लंबी कतारें देखी गईं, जहां 'जय माता दी' के जयकारे गूंज रहे थे।
एक श्रद्धालु ने IANS से कहा, "हम हर साल माता रानी के दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर में अच्छी व्यवस्थाएं की गई हैं। सेवा दातार हर जगह तैनात हैं ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। प्रशासन और सेवा दाताओं ने बहुत अच्छी व्यवस्था की है।"
दिल्ली के अन्य प्रसिद्ध मंदिर कालकाजी मंदिर में भी इसी तरह का दृश्य था, जहां सुबह से श्रद्धालु दर्शन के लिए कतार में लगे। भारी भीड़ को संभालने के लिए अधिकारियों ने कड़ी सुरक्षा और विस्तृत व्यवस्थाएं की हैं।
राजस्थान में भी नवरात्रि उत्सव शुरू हो गया है, जहां सैकड़ों श्रद्धालु जोधपुर के मेहरानगढ़ किले में स्थित चामुंडा माता मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे। दर्शन के लिए सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक व्यवस्था की गई है।
सजीव सजावट, भक्ति भरे मंत्र और मंदिरों में उमड़ी भीड़ ने इस पर्व को फिर से देशभर के लाखों श्रद्धालुओं के लिए उत्सव और प्रार्थना का केंद्र बना दिया है।
With inputs from IANS