मध्य प्रदेश खाँसी सिरप त्रासदी: स्रेसन फार्मा के मालिक पर गिरफ्तारी का शिकंजाBy Admin Wed, 08 October 2025 09:32 AM

भोपाल/छिंदवाड़ा – मध्य प्रदेश पुलिस ने चेन्नई और कांचीपुरम में उस फार्मास्यूटिकल कंपनी के मालिक को गिरफ्तार करने के लिए टीम भेजी है, जिसने जहरीला सिरप ‘कोल्डरिफ’ बनाया, जिससे कई बच्चों की मौत हो गई।

छिंदवाड़ा और आसपास के जिलों में कोल्डरिफ खाँसी सिरप के सेवन से कथित तौर पर 20 बच्चों की मौत होने के बाद राज्य में स्वास्थ्य संकट गहरा गया है। यह सिरप स्रेसन फार्मा, चेन्नई द्वारा निर्मित किया गया था।

उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने बुधवार को छिंदवाड़ा में मीडिया से बातचीत में इस कार्रवाई की पुष्टि की और आश्वासन दिया कि सरकार न्याय सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।

उन्होंने कहा, “छिंदवाड़ा से एक पुलिस टीम को चेन्नई और कांचीपुरम भेजा गया है, ताकि ‘कोल्डरिफ’ खाँसी सिरप बनाने वाली कंपनी के मालिक को गिरफ्तार किया जा सके।”

इस त्रासदी ने पूरे राज्य में आक्रोश फैला दिया है। पिछले 24 घंटों में तीन और बच्चों की किडनी संबंधी जटिलताओं के कारण मौत हो गई।

मृतकों में शामिल हैं: धानी देहारिया (1.5 वर्ष) तामिया से, ज्यान्शु यादवंशी (2 वर्ष) जुनार्डेव से और वेदांश पवार (2.5 वर्ष) रिधोरा से। सभी नागपुर के अस्पतालों में इलाजरत थे।

मौतों की संख्या अब 20 हो गई है, जिनमें 17 छिंदवाड़ा के, 1 पांधुर्णा का और 2 बैतूल के हैं। नागपुर में 5 बच्चे गंभीर हालत में भर्ती हैं, डॉक्टरों ने बताया।

चिकित्सकीय जांच में पता चला कि कोल्डरिफ सिरप में जहरीले रसायन थे, जिसने बच्चों की किडनियों को गंभीर रूप से नुकसान पहुँचाया। सेवन के कुछ ही घंटों में गुर्दे की विफलता के लक्षण दिखने लगे, जिससे उनकी सेहत तेजी से बिगड़ी।

छिंदवाड़ा जिला प्रशासन ने जवाबी कार्रवाई तेज कर दी है, पांच मेडिकल स्टोर्स सील किए हैं और सिरप के सैंपल लैब में जांच के लिए भेजे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को चेतावनी दी जा रही है कि बच्चों को किसी भी खाँसी सिरप का सेवन न कराएँ।

इस बीच, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने डॉक्टरों के कथित गलत आरोपों पर चिंता व्यक्त की है। कुछ प्राइवेट चिकित्सक, जिनमें प्रवीण सोनी शामिल हैं, सिरप लिखने या देने के लिए जांच के दायरे में हैं। IMA ने हड़ताल की चेतावनी दी, जिस पर उपमुख्यमंत्री शुक्ला ने संयम बरतने का आग्रह किया।

शुक्ला ने कहा, “डॉक्टरों को हड़ताल नहीं करनी चाहिए और उन्हें संघ सरकार की सलाह का पालन करना चाहिए कि चार वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कोई खाँसी सिरप न दिया जाए।”

राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेज रही। कांग्रेस ने प्रत्येक प्रभावित परिवार के लिए 1 करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की और सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया।

बीजेपी ने कहा कि जांच पारदर्शी तरीके से की जा रही है और दोषियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।

 

With inputs from IANS