अहमदाबाद स्थित इसरो के आईटी सर्वर भवन में आग, कोई हताहत नहींBy Admin Thu, 23 October 2025 06:59 AM

अहमदाबाद — भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अहमदाबाद कैंपस स्थित आईटी सर्वर भवन में बुधवार को आग लग गई। शहर के अग्निशमन विभाग ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। सौभाग्य से इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

आग इसरो परिसर के बाहरी गेट के पास स्थित भवन की ऊपरी मंजिल पर लगी। सूचना मिलते ही चार फायर टेंडर मौके पर पहुंचे और कुछ ही समय में आग को नियंत्रित कर लिया गया। भवन में कार्यरत कर्मचारियों को एहतियातन सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

प्रारंभिक जांच में विद्युत शॉर्ट सर्किट को आग लगने का संभावित कारण बताया जा रहा है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है। अधिकारियों के अनुसार, आग से आईटी उपकरणों को गंभीर नुकसान पहुँचा है — कई कंप्यूटर और सर्वर जलकर नष्ट हो गए हैं। नुकसान का सटीक आकलन किया जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक, प्रभावित सर्वरों में महत्वपूर्ण तकनीकी डेटा संग्रहीत था। घटना के कारण और नुकसान की सीमा जानने के लिए एक आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है।

यह पहली बार नहीं है जब इसरो की अहमदाबाद इकाई में ऐसी घटना हुई हो। 2018 में भी इसरो के स्पेस एप्लिकेशंस सेंटर (SAC) में आग लगी थी, जब लैब से घना धुआं उठता देखा गया था। तब भी आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया था। उस समय एक सीआईएसएफ जवान धुएं के कारण घायल हुआ था, हालांकि अग्निशमन दल ने आग पर नियंत्रण पा लिया था।

उस घटना के दौरान तत्कालीन एसएसी निदेशक डॉ. तपन मिश्रा ने पुष्टि की थी कि एंटीना टेस्ट फैसिलिटी में आग लगी थी, जिससे कुछ विशेष उपकरणों को नुकसान पहुंचा था।

इसरो की अहमदाबाद इकाई, स्पेस एप्लिकेशंस सेंटर (SAC), संगठन की प्रमुख अनुसंधान शाखाओं में से एक है। 1972 में स्थापित यह केंद्र उपग्रह आधारित संचार, मौसम विज्ञान, रिमोट सेंसिंग और अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़ी प्रौद्योगिकियों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

डॉ. विक्रम साराभाई की दूरदर्शी सोच के तहत स्थापित यह केंद्र अहमदाबाद को भारत के वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में अग्रसर रहा है।

वर्षों से एसएसी ने INSAT, IRS जैसे उपग्रहों से लेकर नेविगेशन और ग्रहों की खोज मिशनों तक, भारत की कई अंतरिक्ष सफलताओं में अहम योगदान दिया है।

 

With inputs from IANS