'ऑपरेशन सिंदूर' की समीक्षा में जुटे पीएम मोदी, पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाई पर दी कड़ी प्रतिक्रिया की चेतावनीBy Admin Sat, 10 May 2025 09:36 AM

नई दिल्ली (IANS) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत हुई सफलता की समीक्षा करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ गहन बैठक की। इस दौरान पाकिस्तान की ओर से जारी तनाव के बीच किसी भी संभावित हमले को नाकाम करने की तैयारियों पर चर्चा हुई।

सूत्रों के अनुसार, यह बैठक पाकिस्तान की सीमा पर सैन्य तैनाती बढ़ाने और संभावित उकसावे की कोशिशों को लेकर थी, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं। पीएम मोदी ने एलओसी (LoC) और सीमा क्षेत्रों में पाकिस्तान द्वारा लगातार हो रहे संघर्ष विराम उल्लंघनों पर भी चिंता जताई।

इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के प्रमुखों ने भी बैठक में हिस्सा लिया और अब तक 'ऑपरेशन सिंदूर' में मारे गए आतंकवादियों, जिनमें 1999 में कंधार विमान अपहरण (IC-814) के वांछित आतंकवादी भी शामिल हैं, की जानकारी साझा की।

पीएम मोदी की यह समीक्षा उस समय हुई जब अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बातचीत की और भारत-पाक तनाव को कम करने की अपील की। उन्होंने संवाद और शांति कायम रखने में अमेरिका की मदद का भी भरोसा दिलाया। रुबियो ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार से भी इसी मुद्दे पर बातचीत की।

शुक्रवार को भी पीएम मोदी ने सेना के वरिष्ठ अधिकारियों, पूर्व सैन्य प्रमुखों और रणनीतिक विशेषज्ञों के साथ विस्तृत चर्चा की थी।

भारतीय सशस्त्र बलों ने शुक्रवार रात पाकिस्तान द्वारा वायु सीमा उल्लंघन और ड्रोन व मिसाइल हमलों पर मीडिया को जानकारी दी और बताया कि कैसे भारत ने इसका मजबूती से जवाब दिया।

भारत ने शुक्रवार रात पाकिस्तान के भीतर आठ से अधिक सैन्य ठिकानों को सटीक हमलों से निशाना बनाया, जिससे काफी नुकसान हुआ। यह जानकारी एक विशेष प्रेस वार्ता में विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की टीम ने साझा की।

'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत एलओसी और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में कम से कम नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। यह अभियान 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी, के जवाब में चलाया गया।