दिल्ली धमाका मामला: अल-फलाह समूह से जुड़े 25 से अधिक ठिकानों पर ED की छापेमारीBy Admin Tue, 18 November 2025 06:45 AM

नई दिल्ली- दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार तड़के एक बड़े अभियान की शुरुआत करते हुए अल-फलाह समूह से जुड़े 25 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की।

सुबह करीब 5 बजे शुरू हुई इन कार्रवाइयों में ओखला स्थित विश्वविद्यालय मुख्यालय, जामिया नगर दफ्तर और ट्रस्टियों के ठिकाने शामिल हैं। सुरक्षा व्यवस्था को क्षेत्र में बढ़ा दिया गया है।

विश्वविद्यालय तब जांच के दायरे में आया जब उससे जुड़े तीन डॉक्टरों को धमाके के संदिग्धों के रूप में पहचाना गया। केंद्र सरकार के निर्देश पर ED ने विश्वविद्यालय के फंडिंग पैटर्न की जांच शुरू कर दी है। इसके लिए खातों का फोरेंसिक ऑडिट भी कराया जा रहा है, जबकि दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा भी जांच में शामिल है। NIA धमाके की जांच कर रही है, जबकि ED और EOW वित्तीय अनियमितताओं तथा संभावित मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे हैं।

जांच में नौ कथित शेल कंपनियों को भी खंगाला जा रहा है, जिनमें से कई एक ही पते पर दर्ज हैं। शुरुआती निष्कर्षों में कई संदिग्ध पहलू सामने आए हैं — वास्तविक कार्यालय न होना, बिजली-पानी की न्यूनतम खपत, एक जैसे संपर्क नंबर और ईमेल, कमजोर KYC, EPFO/ESIC दाखिलों का अभाव और नाममात्र का वेतन भुगतान।

अल-फलाह विश्वविद्यालय, जिसकी स्थापना 2014 में हुई और जिसे 2015 में UGC की मान्यता मिली, अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित है। इसकी UGC और NAAC मान्यता संबंधी दावों में विसंगतियां भी सामने आई हैं।

मामला तब बड़ा बना जब फरीदाबाद में विश्वविद्यालय से जुड़े डॉक्टर मुज़म्मिल के कब्जे वाले कमरों से 2,900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री मिली। इसके बाद डॉक्टर शाहीन को उनकी कार से असॉल्ट राइफल और हथियार मिलने पर गिरफ्तार किया गया। कुछ ही घंटों बाद लाल किले के पास एक कार धमाके में 13 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हुए। कार का चालक डॉक्टर उमर भी अल-फलाह से जुड़ा हुआ था।

जांच जारी है।

 

With inputs from IANS