चक्रवात ‘दित्वाह’: तिरुवल्लूर व रानीपेट में रेड अलर्ट, तमिलनाडु के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनीBy Admin Sun, 30 November 2025 05:20 AM

चेन्नई - चक्रवात ‘दित्वाह’ के कारण बिगड़ते मौसम को देखते हुए भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार के लिए तिरुवल्लूर और रानीपेट जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने इन जिलों में अत्यंत भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी दी है।

दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर विकसित हो रहा चक्रवात तेजी से तमिलनाडु–पुडुचेरी तट की ओर बढ़ रहा है, जिससे उत्तरी और मध्य जिलों में व्यापक बारिश और तेज़ हवाओं का असर दिखाई दे रहा है।

स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए चेन्नई, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम और विलुप्पुरम जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में दिनभर भारी से अत्यंत भारी वर्षा की संभावना है।

मौसमीय अस्थिरता बढ़ने के कारण शनिवार देर रात और रविवार सुबह के दौरान तेज़ और लगातार बारिश की संभावना है। चेन्नई के क्षेत्रीय मौसम केन्द्र (RMC) ने बताया कि तिरुवन्नामलाई, वेल्लोर, तिरुपत्तूर, कृष्णागिरी और धर्मपुरी में भी भारी बारिश जारी रहेगी।

इसके अलावा, सेलम, कल्लाकुरिची, कुड्डालोर और पुडुचेरी में भी चक्रवात के बाहरी बादल तंत्र के कारण व्यापक बारिश होने की उम्मीद है।

तेज हवाएं अब भी सबसे बड़ी चिंता बनी हुई हैं। IMD के अनुसार:

  • दक्षिणी तटीय और डेल्टा जिलों—नागपट्टिनम, थंजावुर, तिरुवारुर और पुदुकोट्टई—में हवाएं 75 किमी/घंटा तक चल सकती हैं।

  • उत्तरी तटीय जिलों और पुडुचेरी में यह गति 80 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है, जिससे बिजली लाइनों, पेड़ों और कच्चे घरों को नुकसान पहुंच सकता है।

अधिकारियों ने बताया कि तिरुवल्लूर को छोड़कर बाकी जिलों में रविवार से बारिश की तीव्रता में कमी आ सकती है, क्योंकि चक्रवात भूमि से संपर्क के बाद धीरे-धीरे कमजोर होने लगेगा।

राहत एवं बचाव टीमें सभी संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात हैं। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे घरों में रहें, जलभराव वाले क्षेत्रों से दूरी बनाए रखें और सरकारी निर्देशों का पालन करें।

अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि:

  • आपातकालीन सामग्री तैयार रखें,

  • आधिकारिक मौसम अपडेट पर नज़र रखें,

  • नदियों, समुद्र तटों और बाढ़ग्रस्त इलाकों के पास न जाएं।

 

With inputs from IANS