अमरनाथ यात्रा मार्ग पर फंसे श्रद्धालुओं को भारतीय सेना ने भूस्खलन और भारी बारिश के बीच किया सुरक्षित रेस्क्यूBy Admin Thu, 17 July 2025 07:24 AM

नई दिल्ली- जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से अमरनाथ यात्रा मार्ग पर सैकड़ों श्रद्धालु फंस गए। ऐसे संकट की घड़ी में भारतीय सेना ने एक बार फिर मानवीय सेवा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को सिद्ध करते हुए बुधवार शाम तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया।

शाम लगभग 7:15 बजे, रेयलपथरी और ब्रारीमार्ग के बीच स्थित Z-मोड़ क्षेत्र में भारी भूस्खलन हुआ, जिससे अमरनाथ यात्रा का आवागमन अचानक बंद हो गया। लगातार बारिश और दुर्गम इलाकों में फंसे सैकड़ों यात्रियों के सामने मुश्किल हालात खड़े हो गए।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ब्रारीमार्ग में तैनात भारतीय सेना की टुकड़ी को तुरंत सक्रिय किया गया। सेना ने करीब 500 यात्रियों को सुरक्षित अपने कैंप में शरण दी, जहां उन्हें चाय और पीने का साफ पानी उपलब्ध कराया गया, ताकि रातभर उनकी सुरक्षा और आराम सुनिश्चित हो सके।

इसके अलावा, करीब 3,000 श्रद्धालु ब्रारीमार्ग और Z-मोड़ के बीच स्थापित लंगरों में शरण ले सके, जहां उन्हें गर्म भोजन और आश्रय उपलब्ध कराया गया।

एक अत्यंत आपात स्थिति में, एक गंभीर रूप से बीमार यात्री, जो दो भूस्खलन-प्रवण क्षेत्रों के बीच फंसा था, को सेना की क्विक रिएक्शन टीम (QRT) ने मैनुअल स्ट्रेचर के जरिए रेयलपथरी तक पहुंचाया। वहां से उसे एंबुलेंस के माध्यम से उन्नत चिकित्सा उपचार के लिए भेजा गया।

ब्रारीमार्ग के कैंप निदेशक और सेना के कंपनी कमांडर सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने पुष्टि की कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में और स्थिर है। हालांकि हल्की बारिश अभी भी जारी है, सेना के जवान उच्च सतर्कता बनाए हुए हैं।

इस रेस्क्यू ऑपरेशन ने एक बार फिर दिखा दिया कि भारतीय सेना सिर्फ एक सैन्य बल नहीं, बल्कि आपदा के समय में राष्ट्र की मजबूती की प्रतीक भी है — जो हर तीर्थयात्री के साथ हर चुनौती में कदम से कदम मिलाकर चलती है।

जैसे-जैसे अमरनाथ यात्रा कठिन मौसम के बीच आगे बढ़ रही है, भारतीय सेना केवल सुरक्षा नहीं, बल्कि जीवनदायिनी सहायता और करुणा का हाथ भी बढ़ा रही है।

 

With inputs from IANS