
नई दिल्ली — भारत में इस्राइल के राजदूत रियूवेन अज़ार ने मंगलवार को कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के उस आरोप का कड़ा जवाब दिया, जिसमें उन्होंने इस्राइल पर फिलिस्तीन में "जनसंहार" करने का आरोप लगाया था। अज़ार ने प्रियंका को सलाह दी कि वे हमास के दावों पर भरोसा न करें।
प्रियंका ने केंद्र सरकार पर फिलिस्तीन में इस्राइल के "जनसंहार" पर चुप रहने के लिए कड़ी आलोचना की थी और कहा था कि यह चुप्पी सह-अपराध की श्रेणी में आती है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इस्राइली राजदूत ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “शर्मनाक आपकी धोखाधड़ी है। इस्राइल ने 25,000 हमास आतंकियों को मारा है। मानवीय जीवन का भयानक नुकसान हमास की घिनौनी रणनीतियों के कारण हुआ है — नागरिकों के पीछे छिपना, उन्हें निकालने या मदद पाने की कोशिश कर रहे लोगों पर गोली चलाना, और रॉकेट फायर करना।”
अज़ार ने आगे कहा, “इस्राइल ने गाज़ा में 20 लाख टन भोजन पहुंचाया, जबकि हमास ने उसे कब्जाने की कोशिश की, जिससे भूख की स्थिति पैदा हुई। पिछले 50 वर्षों में गाज़ा की आबादी 450% बढ़ी है — वहां कोई जनसंहार नहीं हुआ। हमास के आंकड़ों पर भरोसा न करें।”
प्रियंका ने अपने X पोस्ट में लिखा था, “इस्राइली राज्य जनसंहार कर रहा है। उसने 60,000 से अधिक लोगों की हत्या की है, जिनमें 18,430 बच्चे शामिल हैं। उसने सैकड़ों लोगों को, जिनमें कई बच्चे हैं, भूख से मरने पर मजबूर किया है और लाखों को भूखा मारने की धमकी दे रहा है।
“इन अपराधों को चुप्पी और निष्क्रियता के जरिए सक्षम बनाना खुद एक अपराध है। यह शर्मनाक है कि भारतीय सरकार फिलिस्तीन के लोगों पर इस्राइल द्वारा किए जा रहे इस विनाश के बीच चुप है।”
ज्ञात हो कि 7 अक्टूबर के हमले के बाद से इस्राइल गाज़ा में हमास के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है। उस दिन 3,000 से अधिक आतंकियों ने इस्राइल में घुसपैठ कर लगभग 1,200 नागरिकों की हत्या कर दी थी और 240 लोगों को, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, बंधक बना लिया था।
इसके बाद से इस्राइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने हमास और उससे जुड़े संगठनों के खिलाफ बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चलाया है, जिन्होंने इस्राइल पर कई हमले किए हैं।
With inputs from IANS