
नई दिल्ली। टीम इंडिया के भरोसेमंद बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक बल्लेबाज़ी करने की कला के लिए मशहूर पुजारा का शानदार करियर यहीं समाप्त हुआ।
पुजारा ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट में लिखा, “राजकोट जैसे छोटे शहर का एक बच्चा जब अपने माता-पिता के साथ सितारों को छूने का सपना लेकर निकला था, तब उसने कभी नहीं सोचा था कि यह खेल उसे इतना कुछ देगा — अनमोल अवसर, अनुभव, उद्देश्य, प्यार और सबसे बढ़कर अपने राज्य और देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका।
भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और हर बार मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करना — इसे शब्दों में बयां करना नामुमकिन है। लेकिन जैसा कहते हैं, हर अच्छी चीज़ का अंत होता है। आभार से भरे दिल के साथ मैंने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है।”
पुजारा भारत के आठवें सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले टेस्ट बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने 103 टेस्ट मैचों में 7,195 रन बनाए, औसत 43.60, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। आक्रामक बल्लेबाज़ों के दौर में पुजारा ने धैर्य, संयम और जुझारूपन से गेंदबाज़ों को थकाकर टीम के लिए अहम रन जुटाए।
उन्होंने कहा, “मैं बीसीसीआई और सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे अवसर और सहयोग दिया। साथ ही उन सभी टीमों, फ्रेंचाइज़ी और काउंटी क्लब्स का भी धन्यवाद, जिनका मैं हिस्सा रहा। अपने मेंटर्स, कोचेस और आध्यात्मिक गुरु का मार्गदर्शन मेरे लिए अनमोल रहा, जिसका मैं सदैव ऋणी रहूंगा।”
पुजारा ने अक्टूबर 2010 में बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। राहुल द्रविड़ से पहले नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करते हुए उन्होंने 72 रन बनाए और भारत को मुश्किल रनचेज़ में जीत दिलाई। उन्होंने भारत के लिए 5 वनडे मैच भी खेले।
उनके करियर का सुनहरा पल 2018-19 की ऐतिहासिक ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज़ जीत रहा, जब उन्होंने 1258 गेंदों का सामना कर 521 रन बनाए और मैन ऑफ द सीरीज़ बने। वे 2020-21 की यादगार ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ और 2023 की घरेलू जीत में भी टीम के अहम सदस्य थे।
पुजारा ने आगे कहा, “मेरे सभी साथियों, सपोर्ट स्टाफ, नेट गेंदबाज़ों, विश्लेषकों, लॉजिस्टिक्स टीम, अंपायरों, ग्राउंड स्टाफ, स्कोरर्स और मीडिया कर्मियों को दिल से धन्यवाद, जिन्होंने पर्दे के पीछे लगातार मेहनत कर हमें खेलने का अवसर दिया। प्रायोजकों और मैनेजमेंट टीम का भी आभार, जिन्होंने वर्षों तक मुझ पर भरोसा रखा।”
2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद पुजारा भारतीय टीम से बाहर हो गए थे। हालांकि अब वे कमेंट्री में कदम रख चुके हैं और इंग्लैंड के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज़ में उनकी विश्लेषणात्मक बातें सुनने को मिलीं।
उन्होंने अंत में लिखा, “यह सब कुछ मेरे परिवार के अटूट समर्थन और त्याग के बिना संभव नहीं था — मेरे माता-पिता, मेरी पत्नी पूजा, बेटी अदिति, ससुराल और विस्तारित परिवार ने इस सफ़र को सार्थक बनाया। अब जीवन के अगले चरण में मैं उनके साथ अधिक समय बिताने और उन्हें प्राथमिकता देने की प्रतीक्षा कर रहा हूं। आप सभी का प्यार और समर्थन हमेशा याद रहेगा।”
With inputs from IANS