विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप: पुरुष कंपाउंड टीम ने जीता स्वर्ण, मिश्रित टीम को रजतBy Admin Sun, 07 September 2025 08:25 AM

ग्वांग्जू- भारत की पुरुष कंपाउंड तीरंदाजी टीम के अमन सैनी, ऋषभ यादव और प्रभातमेश भालचंद्र फुगे ने रविवार को इतिहास रचते हुए विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में भारत का पहला कंपाउंड टीम स्वर्ण पदक जीत लिया।

भारतीय तिकड़ी ने मजबूत जज्बा दिखाते हुए फ्रांस की टीम — निकोलस गिरार्ड, जीन फिलिप बूल्च और फ्रांस्वा डुबोआ को हराया। फ्रांस की टीम 1995 जकार्ता विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप के बाद पहली बार स्वर्ण पदक मुकाबले में उतरी थी, जब कंपाउंड टीम इवेंट की शुरुआत हुई थी और उस समय फ्रांस ने खिताब जीता था।

भारत की पुरुष टीम ने अपने अभियान की शुरुआत दूसरे दौर से की, जहाँ ऑस्ट्रेलिया को शूट-ऑफ (30-28) में मात दी। चौथे राउंड के बाद स्कोर 232-232 से बराबर था। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में अमेरिका को 234-233 से हराया और सेमीफाइनल में तुर्किये को 234-232 से पराजित किया।

यह ऋषभ यादव का दिन का दूसरा पदक रहा। इससे पहले उन्होंने ज्योति Surekha वेन्नम के साथ कंपाउंड मिश्रित टीम फाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि, खिताबी मुकाबले में भारतीय जोड़ी को नीदरलैंड्स के माइक श्लॉसर और साने डे लाट की जोड़ी से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

ऋषभ और ज्योति ने मई 2025 में शंघाई में विश्व कप के दूसरे चरण में 144-तीर का विश्व रिकॉर्ड तोड़ा था। इस जोड़ी ने उसी साल सेंट्रल फ्लोरिडा में विश्व कप के पहले चरण में स्वर्ण और मैड्रिड में चौथे चरण में कांस्य पदक भी जीता था। इस चैंपियनशिप में उन्होंने तीन मुकाबलों में केवल छह बार 9 अंक लगाए और जर्मनी को दूसरे दौर में 160-160 (7 बार केंद्र पर) से हराया। इसके बाद सेमीफाइनल में चीनी ताइपे को 157-155 से हराकर स्वर्ण पदक मुकाबले में पहुँचे।

यह भारत का विश्व चैंपियनशिप में कंपाउंड मिश्रित टीम वर्ग का दूसरा पदक है। इससे पहले 2021 में यैंकटन में ज्योति और अभिषेक वर्मा ने रजत पदक जीता था।

 

With inputs from IANS