
जकार्ता (इंडोनेशिया)। भारत के गोल्फर गगनजीत भुल्लर ने एक बार फिर इंडोनेशिया में अपने पसंदीदा प्रदर्शन की झलक दिखाई। उन्होंने जकार्ता इंटरनेशनल चैम्पियनशिप के दूसरे राउंड में शानदार पांच-अंडर-65 का स्कोर खेलते हुए लीडरबोर्ड पर संयुक्त दूसरे स्थान पर छलांग लगाई। वह थाईलैंड के पावित टांगकमोलप्रासर्ट से सिर्फ एक स्ट्रोक पीछे हैं।
सुबह पहले राउंड के बचे दो होल पूरे करने के बाद भुल्लर ने दूसरे राउंड में बेहतरीन लय पकड़ी। उन्होंने अपने पहले नौ होल में चार बर्डी लगाईं और पिछले नौ होल में तीन और। हालांकि 13वें और 15वें होल पर दो बोगी भी कीं, लेकिन उनका कुल खेल बेहद सटीक रहा।
भुल्लर ने कहा,
“सुबह जब हम पहले राउंड के दो होल खेलने लौटे, तो मैंने बर्डी के साथ राउंड खत्म किया, जिससे अच्छी लय मिली। आज की कुंजी सटीकता थी – मैंने सभी 14 फेयरवे और 16 ग्रीन्स इन रेगुलेशन हिट किए, जिससे काफी बर्डी मौके मिले। दो बोगी जरूर हुईं, लेकिन कुल मिलाकर यह बहुत मजबूत राउंड था।”
37 वर्षीय भुल्लर का इंडोनेशिया से खास रिश्ता रहा है। उनके 11 एशियन टूर खिताबों में से पांच इंडोनेशिया में आए हैं, जिनमें पिछला 2023 बीएनआई इंडोनेशियन मास्टर्स और इसी कोर्स पर जीता गया 2013 इंडोनेशिया ओपन शामिल है।
उन्होंने कहा,
“यहां वापस आना अच्छा लगता है। यहां आकर हमेशा सकारात्मक यादें ताजा हो जाती हैं। जब मैं चैंपियनों की तस्वीरों के पास से गुजरता हूं और अपनी तस्वीर देखता हूं, तो यह और प्रेरित करता है। इंडोनेशिया मेरे लिए हमेशा सौभाग्यशाली रहा है। लक्ष्य है कि सकारात्मक बने रहें और इस लय को आगे बढ़ाएं।”
भुल्लर ने इस साल खेले गए सभी चार इंटरनेशनल सीरीज़ इवेंट्स में कट हासिल किया है। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मोरक्को में 14वां स्थान रहा, लेकिन उनका मानना है कि खेल का स्तर स्कोर से बेहतर रहा है और अब वह आने वाले टूर्नामेंट्स में दमदार प्रदर्शन के लिए तैयार हैं।
इंग्लैंड के स्टीव ल्यूटन, जिन्होंने पिछले साल इसी कोर्स पर मांडिरी इंडोनेशिया ओपन जीता था, ने इस बार बिना बोगी के छह-अंडर का राउंड खेलकर भुल्लर की बराबरी कर ली। वहीं शीर्ष पर पावित ने भी पांच-अंडर का राउंड खेलकर कुल 11-अंडर पार के साथ बढ़त बनाए रखी।
थाईलैंड के तनापत पिचाइकूल भी चर्चा में रहे, जिन्होंने शानदार आठ-अंडर का राउंड खेलते हुए चौथे स्थान पर कब्जा किया। उन्होंने पहले चार होल लगातार बर्डी से शुरू किए और आत्मविश्वास से भरा प्रदर्शन किया।
अब जबकि भुल्लर खिताब से सिर्फ एक स्ट्रोक दूर हैं, भारतीय प्रशंसकों की नजरें जकार्ता इंटरनेशनल चैम्पियनशिप के वीकेंड राउंड्स पर टिकी रहेंगी।
With inputs from IANS