
नई दिल्ली- अपराजित ब्रिटिश पैरा-एथलीट हन्ना कॉकक्रॉफ्ट ने शनिवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में जारी विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में महिलाओं की टी34 श्रेणी में एक और स्वर्ण पदक जीतकर अपने नाम को सर्वकालिक महान खिलाड़ियों की सूची में और मज़बूत कर लिया। यह उनके आठ विश्व चैंपियनशिप अभियानों में 19वां स्वर्ण पदक था।
बहुमुखी प्रतिभा की धनी हन्ना कॉकक्रॉफ्ट 2011 में क्राइस्टचर्च में डेब्यू के बाद से अब तक चार पैरालंपिक खेलों और आठ विश्व चैंपियनशिप्स में अपराजित रही हैं। उन्होंने 100 मीटर से लेकर 800 मीटर तक की विभिन्न स्पर्धाओं में कुल 9 पैरालंपिक स्वर्ण और अब तक 19 विश्व स्वर्ण पदक जीते हैं।
भारत के लिए भी यह शाम ऐतिहासिक रही, क्योंकि मेजबान टीम ने 18 पदक जीतकर किसी भी विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत ने पिछली बार कोबे (2024) में 17 पदक (6 स्वर्ण, 5 रजत, 6 कांस्य) जीते थे, जबकि 2023 में पेरिस में पहली बार 10 पदक हासिल किए थे।
नई दिल्ली में भारत का कुल पदक tally अब 6 स्वर्ण, 7 रजत और 5 कांस्य के साथ 18 पर पहुंच गया। हालांकि ईरान और कोलंबिया के आगे निकलने के बाद भारत छठे स्थान पर रहा।
शनिवार को भारत को एक रजत पदक एकता भ्यान (महिला क्लब थ्रो F51) और एक अन्य रजत सोमन राणा (पुरुष शॉट पुट F57) से मिला, जबकि प्रदीप कुमार (पुरुष हाई जंप T64) ने कांस्य पदक जीता।
सोमन राणा को पहले शॉट पुट F57 में कांस्य विजेता घोषित किया गया था, लेकिन ज्यूरी ने ब्राज़ील के थियागो पॉलिनो डॉस सैंटोस के 14.82 मीटर के थ्रो को निरस्त कर दिया, जिससे भारतीय एथलीट को रजत से सम्मानित किया गया। इस फैसले के बाद ब्राज़ील का खिलाड़ी पाँचवें स्थान पर खिसक गया और फ़िनलैंड के तेजियो कूपिक्का को कांस्य पदक मिला।
इसके बावजूद ब्राज़ील शीर्ष स्थान पर बना रहा, जिसके खाते में 12 स्वर्ण, 18 रजत और 7 कांस्य पदक रहे। चीन दूसरे स्थान पर रहा (9-18-14) और पोलैंड तीसरे स्थान (8-2-5) पर रहा। शनिवार की शाम कोलंबिया के लेविन मोरेनो डेनिस (पुरुष शॉट पुट F38 – 20.38 मीटर) और ईरान के यासिन खोस्रवी (पुरुष शॉट पुट F57 – 16.60 मीटर) ने नए विश्व रिकॉर्ड बनाए।
शनिवार की मुख्य आकर्षण रही हन्ना कॉकक्रॉफ्ट, जिन्होंने नई दिल्ली में अपना तीसरा स्वर्ण पदक जीता। स्विट्जरलैंड की कैथरीन डेब्रनर पांच स्वर्ण के साथ सबसे ऊपर रहीं, जबकि हन्ना उनके बाद तीन स्वर्ण लेकर लौटेंगी। थाईलैंड के पोंगसाकॉर्न पायो ने भी पुरुषों की टी53 श्रेणी में 100, 400 और 800 मीटर में तीन स्वर्ण जीतकर शानदार प्रदर्शन किया।
33 वर्षीय हन्ना कॉकक्रॉफ्ट ने कहा कि वह अब भी खुद को साबित करने की इच्छा रखती हैं, हालांकि उन्हें पता था कि इस स्पर्धा में कोई उन्हें चुनौती नहीं दे पाएगा। उन्होंने शुरुआत से ही बढ़त बनाकर दो लैप्स पूरे किए और चैंपियनशिप रिकॉर्ड बनाया।
उन्होंने कहा, “मैं इस (800 मीटर) प्रदर्शन से बेहद खुश हूं। यह मेरे करियर के सबसे गर्वित पलों में से एक है। 1.50 मिनट से कम समय में खत्म करना शानदार है। हमने इस साल 800 मीटर पर बहुत मेहनत की है, और इसका परिणाम बहुत अच्छा मिला।”
उनकी हमवतन 24 वर्षीय खिलाड़ी केरे अडेनिगन, जिन्होंने 2018 यूरोपीय चैंपियनशिप के 100 मीटर फाइनल में हन्ना को हराया था, इस बार अपनी तीसरी रजत जीत से संतुष्ट रहीं। उन्होंने चीनी 18 वर्षीय लैन हान्यू को पीछे रखकर दूसरा स्थान सुरक्षित किया।
With inputs from IANS