
प्राया- काबो वर्डे ने अपने फुटबॉल इतिहास का सबसे बड़ा कारनामा करते हुए पहली बार फीफा विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लिया है। टीम ने इस्वातिनी को 3-0 से हराकर विश्व कप फाइनल्स के लिए अपनी जगह पक्की की और ग्रुप डी में अफ्रीकी दिग्गज कैमरून को पछाड़ते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया।
करीब साढ़े पाँच लाख की आबादी वाला यह छोटा द्वीप देश विश्व कप में जगह बनाने वाला दुनिया का दूसरा सबसे कम आबादी वाला देश बन गया है — आइसलैंड (रूस 2018) के बाद।
इस्वातिनी के खिलाफ पहले हाफ में संघर्ष करने के बाद काबो वर्डे ने दूसरे हाफ में शानदार प्रदर्शन किया। डाइलॉन लिवरामेंटो, विली सेमेडो और स्टोपीरा के गोलों ने एस्टादियो नैसियोनल डी काबो वर्डे में खुशी की लहर दौड़ा दी।
फीफा की रिपोर्ट के अनुसार, काबो वर्डे विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने वाला सबसे छोटा राष्ट्र बन गया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड त्रिनिदाद और टोबैगो के नाम था, जिसने 2006 में जर्मनी विश्व कप खेला था।
कैमरून के कड़े मुकाबले के बावजूद काबो वर्डे ने शानदार अंदाज़ में क्वालीफिकेशन हासिल किया। पहले हाफ में तेज़ हवा से जूझने के बाद ब्लू शार्क्स को बढ़त तब मिली जब यानिक सेमेडो के क्रॉस पर डाइलॉन लिवरामेंटो ने नज़दीक से गोल दागा।
इसके बाद टीम ने लगातार दबाव बनाए रखा। जमीरियो मोंटेइरो का शॉट क्रॉसबार से टकराने के बाद, रयान मेंडेस के क्रॉस पर विली सेमेडो ने पाँच गज की दूरी से दूसरा गोल कर दिया। इस गोल ने स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को रोमांच से भर दिया।
37 वर्षीय अनुभवी खिलाड़ी स्टोपीरा ने, जिन्होंने 2008 में काबो वर्डे के लिए पदार्पण किया था, तीसरा गोल कर टीम की ऐतिहासिक जीत पर मोहर लगा दी।
काबो वर्डे की इस ऐतिहासिक यात्रा में पाँच लगातार जीतें शामिल थीं, जिनमें पिछले महीने कैमरून पर 1-0 की यादगार जीत भी रही। इसके बाद उन्होंने लीबिया के खिलाफ 3-3 से ड्रा खेलकर क्वालीफिकेशन की उम्मीदें ज़िंदा रखीं और अंततः इस्वातिनी को हराकर सपना साकार किया।
अब काबो वर्डे यह जान पाएगा कि फीफा विश्व कप 2026 के ग्रुप चरण में उसके प्रतिद्वंदी कौन होंगे, जब 5 दिसंबर को वॉशिंगटन डीसी में ड्रॉ आयोजित किया जाएगा।
With inputs from IANS