
एरफौद (मोरक्को) — भारत की ऐश्वर्या पिस्से ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। वह न केवल वर्ल्ड रैली-रेड चैम्पियनशिप की कठिनतम राउंड ‘रैली डू मोरक्को’ को पूरा करने वाली पहली भारतीय और एशियाई महिला बनीं, बल्कि उन्होंने महिला वर्ग में प्रथम स्थान हासिल करते हुए कुल मिलाकर रजत पदक (सिल्वर) अपने नाम किया।
यह उपलब्धि ऐश्वर्या को वर्ल्ड रैली-रेड चैम्पियनशिप में पोडियम फिनिश करने वाली पहली भारतीय और एशियाई महिला बनाती है। यह उनके शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर का चौथा विश्व खिताब भी है।
‘रैली डू मोरक्को’ को दुनिया की सबसे कठिन क्रॉस-कंट्री रैलियों में गिना जाता है — यह ‘डकार रैली’ से पहले की सबसे अहम परीक्षा मानी जाती है। इस प्रतियोगिता में 2,299 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है, जिसमें से 1,478 किलोमीटर विशेष चरण (स्पेशल स्टेज) के होते हैं, जो मोरक्को के रेत के टीलों, पथरीली राहों और जटिल नेविगेशन से गुजरते हैं। ऐश्वर्या ने रैली2 क्लास में भाग लिया और कठिन मौसम, ऊँचे तापमान तथा तकनीकी चुनौतियों के बीच उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
ऐश्वर्या ने कहा, “मोरक्को ने हर चीज़ की परीक्षा ली — कौशल, धैर्य और आत्मबल की। इस रैली को पूरा कर वर्ल्ड चैम्पियनशिप में रजत पदक हासिल करना मेरे लिए सब कुछ है। यह वर्षों की मेहनत, त्याग और विश्वास का परिणाम है। मुझे गर्व है कि मैं भारत और एशिया का प्रतिनिधित्व कर रही हूँ।”
इस सफलता के साथ ऐश्वर्या पिस्से ने भारत की सबसे सफल महिला रेसर और एशिया की अग्रणी मोटरस्पोर्ट एथलीट के रूप में अपनी पहचान और मजबूत की है। उनके नाम अब तक चार एफआईएम विश्व खिताब और ग्यारह राष्ट्रीय चैम्पियनशिप दर्ज हैं।
टीवीएस रेसिंग और अपने सहयोगियों के समर्थन से निजी प्रतिभागी (प्राइवेटियर) के रूप में प्रतिस्पर्धा करते हुए ऐश्वर्या ने पूरे सीज़न में अद्भुत निरंतरता और पेशेवरता दिखाई — जो उनके संकल्प और भारत की उभरती मोटरस्पोर्ट प्रतिभा की शक्ति को दर्शाता है।
With inputs from IANS