
ग्रेटर नोएडा- वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फ़ाइनल्स 2025 में भारत का शानदार प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा, जहां पवन बार्टवाल (55 किग्रा) और हितेश गुलिया (70 किग्रा) ने बड़े उलटफेर करते हुए टूर्नामेंट के अब तक के दो सबसे बड़े नतीजे अपने नाम किए। सोमवार को हुए मुकाबलों में भारत ने दोनों सत्रों में पदकों की परफ़ेक्ट क्लीन स्वीप दर्ज की।
सोमवार को पवन ने वर्ल्ड बॉक्सिंग कप ब्राज़ील के स्वर्ण पदक विजेता अल्तिनबेक नुरसुल्तान को मात दी, जबकि हितेश ने दो बार के ओलंपियन, 2022 एशियन गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट और शीर्ष वरीयता प्राप्त सेवोन ओकाज़ावा को रोमांचक स्प्लिट-डिसीज़न (3:2) में हराया। इनके अलावा सुमित (75 किग्रा), नवीन (90 किग्रा) और जदुमणि सिंह (50 किग्रा) ने भी दमदार जीत हासिल कर भारत को परफ़ेक्ट दिन दिलाया।
पवन के लिए यह क्षण 15 साल की मेहनत का परिणाम था। 2010 के दशक में बॉक्सिंग शुरू करने के बाद से चुपचाप रैंकिंग में ऊपर चढ़ने वाले इस सर्विसेज़ बॉक्सर ने घरेलू समर्थन से उत्साहित होकर शानदार डिफेंस, बेहतरीन टेम्पो कंट्रोल और अद्भुत सहनशक्ति दिखाई। उन्होंने दूसरी वरीयता प्राप्त नुरसुल्तान को बार-बार रोप्स तक धकेला और साफ़-सुथरे पंच लगाए। शुरुआती दौर में भारत की यह सबसे बेहतरीन जीतों में से एक मानी जा रही है।
पवन ने मुकाबले के बाद BFI से कहा, “नुरसुल्तान अच्छे बॉक्सर हैं; वे इस साल ब्राज़ील में वर्ल्ड बॉक्सिंग कप के चैंपियन रहे हैं। शुरुआत में थोड़ा नर्वस था, लेकिन यह टूर्नामेंट हमारे देश में हो रहा है, हमारे दर्शकों के सामने—इससे बहुत आत्मविश्वास मिला। यह मेरे करियर का बेहद महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है। यह मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय पदक है और मैं बहुत गर्व महसूस कर रहा हूँ।”
दिन के प्रमुख मुकाबले में हितेश और ओकाज़ावा के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। दोनों ने शुरुआत में सतर्कता बरती, लेकिन दूसरे राउंड के अंत में हितेश के एक दमदार हुक ने उन्हें बढ़त दिला दी। ओकाज़ावा ने तीसरे राउंड में आक्रामक वापसी की, लेकिन पहले दो राउंड में हितेश की साफ़-सुथरी बॉक्सिंग ने उन्हें जीत और पदक सुनिश्चित कराया।
इससे पहले सुमित ने पवन की राह पर चलते हुए दक्षिण कोरिया के किम ह्योन-टे को 75 किग्रा क्वार्टरफ़ाइनल में 5:0 से मात दी। मुकाबले की शुरुआत में आए एक तेज़ पंच ने उनकी आक्रामक रणनीति को दिशा दी। सुमित ने पूरे मुकाबले में दबदबा बनाए रखा, जिससे किम केवल बचाव में लग गए। नवीन, जो 2024 स्ट्रैंडजा के पदक विजेता हैं, ने कज़ाखस्तान के बेकज़ात तंगातार के खिलाफ समझदारी और संयम से जीत दर्ज की।
तीसरे सत्र में जदुमणि ने अपना अभियान शुरू करते हुए कज़ाखस्तान के नुरज़त ओंगारोव को यूनानिमस डिसीज़न में हराया। उन्होंने शुरुआत से ही तेज़ हमले किए और पूरे मुकाबले में विरोधी को रोप्स से चिपकाए रखा।
अन्य परिणामों में, ताइवान की पेरिस ओलंपिक पदक विजेता वू शिह-यी ने उज्बेकिस्तान की सितोरा तुर्दिबेकोवा को महिला 57 किग्रा वर्ग में 5:0 से हराया। पुरुष 55 किग्रा और 75 किग्रा में उज्बेकिस्तान के समंदर ओलिमोव, इंग्लैंड के एलिस ट्रोब्रिज और उज्बेकिस्तान के जावोखिर अब्दुराखिमोव ने जीत हासिल की। कज़ाखस्तान, यूक्रेन और पोलैंड ने भी दोपहर सत्र में महत्वपूर्ण जीतें दर्ज कीं।
कुल मिलाकर, तीसरे दिन 10 भारतीय सेमीफ़ाइनल में उतरेंगे। वर्ल्ड चैंपियन मीनाक्षी (48 किग्रा) का मुकाबला कोरिया की बक चो-रोंग से होगा। प्रीति (54 किग्रा) ओलंपिक पदक विजेता और तीन बार की विश्व चैंपियन हुआंग शियाओ-वेन के खिलाफ उतरेंगी। अरुंधति चौधरी (70 किग्रा) जर्मनी की लियोनी मुलर का सामना करेंगी, जिन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग कप 2025 के तीनों चरणों में पदक जीते हैं। सवीती बूरा (75 किग्रा) का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया की एम्मा-सू ग्रीट्री से होगा। नरेंद्र, नवीन और अंकुश भी फ़ाइनल में जगह बनाने के लिए रिंग में उतरेंगे। अभिनाश जम्वाल अपने अभियान की शुरुआत यूक्रेन के एल्विन अलीयेव के खिलाफ करेंगे।
With inputs from IANS