नई दिल्ली (IANS): भारतीय क्रिकेट के महानायक और पूर्व कप्तान विराट कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की, जिससे क्रिकेट जगत में एक युग का अंत हो गया।
यह फैसला उस समय सामने आया जब यह खबर आई कि कोहली ने अगली महीने इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को इस निर्णय की जानकारी दे दी थी।
कोहली ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा:
“जब मैंने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में बैगी ब्लू पहना था, तब से 14 साल हो गए हैं। ईमानदारी से कहूं तो कभी नहीं सोचा था कि यह सफर मुझे इतनी दूर तक ले जाएगा। इस फॉर्मेट ने मुझे परखा, गढ़ा और ऐसे सबक सिखाए जो जीवन भर मेरे साथ रहेंगे।”
“सफेद कपड़ों में खेलना एक बहुत ही निजी अनुभव होता है — चुपचाप की जाने वाली मेहनत, लंबे दिन, और वो छोटे-छोटे पल जो कोई नहीं देखता, लेकिन जो दिल में बस जाते हैं। इस फॉर्मेट से विदा लेना आसान नहीं है, लेकिन यह समय सही लगता है। मैंने इसे अपना सब कुछ दिया और बदले में इसने मुझे उससे कहीं अधिक दिया जिसकी मैंने कल्पना की थी।”
“मैं कृतज्ञता से भरे दिल के साथ विदा ले रहा हूं — इस खेल के लिए, उन साथियों के लिए जिनके साथ मैदान साझा किया, और उन सभी लोगों के लिए जिन्होंने इस सफर में मुझे सराहा। मैं हमेशा अपनी टेस्ट यात्रा को मुस्कान के साथ याद करूंगा। #269, साइनिंग ऑफ।”
विराट का सुनहरा टेस्ट सफर
2011 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले विराट कोहली ने पिछले एक दशक में भारत की टेस्ट टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी आक्रामक कप्तानी, जबरदस्त बल्लेबाज़ी और बेहतरीन जज़्बे ने भारत को घरेलू और विदेशी ज़मीं पर एक मज़बूत टीम में बदल दिया।
कोहली ने अपने टेस्ट करियर में 123 मैचों में 9230 रन बनाए, औसत 46.85, 30 शतक और 51 अर्धशतक लगाए। वह टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए तीसरे सबसे सफल बल्लेबाज़ हैं — सिर्फ तेंदुलकर (51), द्रविड़ (36) और गावस्कर (34) उनसे आगे हैं।
कप्तानी में भी बेजोड़
विराट ने भारत के लिए 68 टेस्ट में कप्तानी की, जिसमें से 40 में जीत, 17 में हार, और 11 ड्रॉ रहे। वह दुनिया के चौथे सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं, ग्रैम स्मिथ (53), रिकी पोंटिंग (48) और स्टीव वॉ (41) के बाद।
उनके नाम 7 दोहरे शतक हैं — जो किसी भी भारतीय द्वारा सर्वाधिक हैं। बतौर कप्तान उन्होंने 20 टेस्ट शतक लगाए, जो किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा सर्वाधिक हैं। गावस्कर (11) उनसे काफी पीछे हैं।
कोहली पहले ही T20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और अब 36 वर्ष की उम्र में केवल वनडे क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
रोहित भी हुए बाहर
कोहली के ठीक कुछ दिन पहले ही रोहित शर्मा ने भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था। इन दोनों दिग्गजों के जाने से भारतीय टेस्ट टीम में अनुभव की भारी कमी होगी।
विराट कोहली का टेस्ट से संन्यास न केवल एक अध्याय का समापन है, बल्कि यह एक युग की विदाई है। उनके योगदान को क्रिकेट प्रेमी सदैव याद रखेंगे।