खोरज़ो (पोलैंड): भारत के दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को पोलैंड के खोरज़ो में आयोजित जानुज़ कुसोचिंस्की मेमोरियल मीट में भाला फेंक स्पर्धा में रजत पदक (सिल्वर मेडल) हासिल किया। यह इस सीज़न में उनका तीसरा पदक है, हालांकि वह दोहा डायमंड लीग में किए गए अपने सीज़न के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को दोहरा नहीं सके, जहां उन्होंने 90.23 मीटर के थ्रो से सिल्वर जीता था।
खेल के दौरान वर्षा से भीगी ट्रैक पर नीरज को लय पाने में मुश्किल हुई, लेकिन उन्होंने फिर भी मुकाबले में मजबूत प्रदर्शन किया और सीज़न की अपनी सफल श्रृंखला को जारी रखा।
हरियाणा से ताल्लुक रखने वाले और भारतीय सेना में कार्यरत नीरज ने अपने छठे और अंतिम प्रयास में 84.14 मीटर की थ्रो कर सिल्वर मेडल पर कब्ज़ा जमाया। उन्होंने ग्रेनेडा के दो बार के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स (83.24 मीटर) को पीछे छोड़ा।
27 वर्षीय नीरज, जिन्होंने पिछले सप्ताह दोहा में पहली बार 90 मीटर से अधिक का भाला फेंका था, इस मीट में पहले प्रयास में फाउल कर बैठे। इसके बाद उन्होंने 81.20 मीटर फेंका और फिर जानबूझकर अपने तीसरे प्रयास को अधूरा छोड़ा। पांचवें थ्रो में उन्होंने 81.80 मीटर की दूरी तय की और अंतिम प्रयास में दिन की सर्वश्रेष्ठ दूरी 84.14 मीटर हासिल की।
जर्मनी के जूलियन वेबर ने शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए 86.12 मीटर की थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। वेबर ने दोहा में 91.06 मीटर की थ्रो कर स्वर्ण जीता था, जो उनके करियर की पहली 90 मीटर से लंबी थ्रो थी।
पोलैंड में मिला यह रजत पदक नीरज चोपड़ा का इस सीज़न का तीसरा पदक है। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता था और फिर पेरिस 2024 में रजत पदक हासिल कर देश का गौरव बढ़ाया।
चोपड़ा ने इस सीज़न की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफ्सट्रूम में पॉटच इनविटेशनल मीट से की थी, जहां उन्होंने 84.52 मीटर की थ्रो कर स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद उन्होंने दोहा डायमंड लीग में 90.23 मीटर की थ्रो के साथ अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ और राष्ट्रीय रिकॉर्ड दोनों को पीछे छोड़ा।
With inputs from IANS