नई दिल्ली: जर्मनी के सुहल में आयोजित आईएसएसएफ जूनियर वर्ल्ड कप में शनिवार शाम भारत की दो 16 वर्षीय निशानेबाज़, शांभवी क्षीरसागर और ओजस्वी ठाकुर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल फ़ाइनल में ज़बरदस्त प्रदर्शन करते हुए क्रमशः स्वर्ण और रजत पदक जीता। इस शानदार 1-2 जीत के साथ भारत एक बार फिर पदक तालिका में शीर्ष पर पहुंच गया है।
पांच दिनों की प्रतियोगिता के बाद भारत के अब तक कुल आठ पदक हैं, जिनमें दो स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदक शामिल हैं।
स्वर्ण पदक जीतने वाली शांभवी ने 24 शॉट के फ़ाइनल में 253.0 अंक बनाए, जबकि ओजस्वी उनसे सिर्फ़ 1.2 अंक पीछे रहीं। वहीं, इटली की कारलोता सालाफिया, जो शुरुआत में आगे थीं, 230.5 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।
सुबह से ही दिखने लगे थे संकेत
60 शॉट की क्वालिफिकेशन राउंड में ही दोनों भारतीय निशानेबाज़ों ने शानदार स्कोर कर टॉप दो स्थानों पर कब्ज़ा कर लिया था। शांभवी ने जहां 633.1 का स्कोर किया, वहीं ओजस्वी ने उन्हें पछाड़ते हुए 633.2 अंक हासिल किए।
फ़ाइनल में चीन की वर्ल्ड नंबर वन और डबल ओलंपिक पदक विजेता हुआंग यूटिंग और फ्रांस की ओलंपियन मानों हेर्बुलोत जैसी दिग्गज निशानेबाज़ों की मौजूदगी ने मुकाबले को और कठिन बना दिया था। लेकिन शांभवी और ओजस्वी ने दबाव को दरकिनार करते हुए शानदार परफॉर्मेंस दी और हाई 10 शॉट्स की बौछार कर दी।
एक समय पर ओजस्वी थोड़ी पीछे जरूर चली गई थीं, लेकिन 17वें शॉट में परफेक्ट 10.9 के साथ उन्होंने जोरदार वापसी की और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। दोनों ने अंतिम 8 शॉट्स में मिलाकर पांच हाई 10 शॉट्स मारे और कभी भी 9 से नीचे नहीं गईं। यह एक बेहतरीन प्रदर्शन था।
पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में मुक़ेश ने जीता कांस्य
पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में भारत के मुक़ेश ने कांस्य पदक अपने नाम किया। स्वर्ण पदक फ्रांस के थॉमस चिनोर्स ने जीता, जिन्होंने पोलैंड के लुकास कोपिवोदा को दो शूट-ऑफ राउंड के बाद हराया।
शुरुआत में 13वें स्थान पर रहने वाले मुक़ेश ने दूसरे रैपिड फायर राउंड में 289 अंक के साथ कुल स्कोर 573 बनाया और शीर्ष छह में अंतिम स्थान हासिल किया। चार खिलाड़ियों ने 573 अंक बनाए थे, लेकिन मुक़ेश ने इनर 10 रिंग में ज्यादा हिट के आधार पर क्वालिफाई किया।
फ़ाइनल में शुरुआती तकनीकी गड़बड़ियों के बाद मुक़ेश ने चौथी सीरीज़ में परफेक्ट 5 हिट लगाए, फिर छठी सीरीज़ में एक बार फिर 5 हिट कर मैच को शूट-ऑफ तक ले गए, जहां उन्होंने हंगरी के खिलाड़ी को हराकर कांस्य पदक सुनिश्चित कर लिया।
भारत के लिए यह दिन दो पदकों के साथ समाप्त हुआ, और अब देश पदक तालिका में शीर्ष पर है।
With inputs from IANS