गुकेश ने कार्लसन को चौंकाया: किशोर प्रतिभा ने विश्व नंबर 1 पर दर्ज की पहली क्लासिकल जीतBy Admin Mon, 02 June 2025 05:07 AM

स्टावेंजर (नॉर्वे) — दुनिया की नजरें उस ऐतिहासिक पल पर टिकी थीं जब 19 वर्षीय भारतीय शतरंज सनसनी डी. गुकेश ने मौजूदा शतरंज के महानायक मैग्नस कार्लसन के सामने बोर्ड पर जगह ली। यह मुकाबला आधुनिक शतरंज के इतिहास में एक निर्णायक मोड़ साबित हुआ।

रविवार को नॉर्वे शतरंज 2025 टूर्नामेंट के तहत खेले गए क्लासिकल मुकाबले में गुकेश ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए कार्लसन को हरा दिया — यह क्लासिकल फॉर्मेट में विश्व नंबर 1 पर उनकी पहली जीत थी।

सफेद मोहरों से खेलते हुए कार्लसन ने शुरुआत से ही दबदबा बनाए रखा और लगातार आक्रामक चालें चलीं। लेकिन गुकेश ने अपनी उम्र से परे शांति और बारीकी से बचाव करते हुए हर खतरे को विफल किया। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा और समय कम होता गया, कार्लसन की एक छोटी सी चूक ने पूरे खेल का रुख बदल दिया — और गुकेश ने बिना मौका गंवाए जीत की ओर कदम बढ़ाया।

गुकेश ने मैच के बाद कहा, “मेरे पास ज़्यादा विकल्प नहीं थे, बस जो मौका मिला, उसे पूरी तरह भुनाना था। मैं ऐसी चालें चल रहा था जो उसके लिए मुश्किल थीं, और सौभाग्य से वह समय के दबाव में आ गया। इस टूर्नामेंट से मैंने सीखा है कि टाइम स्क्रैम्बल कभी-कभी नियंत्रण से बाहर हो सकता है।”

अपनी सहज विनम्रता में उन्होंने कहा, “अगर ऐसा सौ बार होता, तो निन्यानवे बार मैं हार जाता। आज बस किस्मत अच्छी थी।”

वहीं दूसरी ओर, निराश कार्लसन ने गुस्से में शतरंज बोर्ड पर हाथ मारा और तेजी से एरीना से बाहर निकल गए। गुकेश ने अपने कोच ग्रेगोरज गैजेवस्की के साथ चुपचाप जश्न मनाया और इस करियर-निर्धारित जीत का आनंद लिया।

इससे पहले टूर्नामेंट के उद्घाटन राउंड में दोनों की टक्कर हुई थी, जहां कार्लसन ने अपनी शानदार एंडगेम तकनीक से जीत दर्ज की थी। लेकिन इस बार निर्णायक क्षणों में गुकेश ने अपने हौसले और कौशल से बाजी पलट दी।

नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट शतरंज कैलेंडर की सबसे प्रतिष्ठित स्पर्धाओं में गिना जाता है, जिसमें विश्व स्तरीय पुरुष और महिला खिलाड़ी भाग लेते हैं। यह टूर्नामेंट छह खिलाड़ियों के दोहरे राउंड-रॉबिन प्रारूप में खेला जाता है। 2025 संस्करण 26 मई से 6 जून तक स्टावेंजर में आयोजित हो रहा है।

 

With inputs from IANS