बुडापेस्ट में भारतीय ग्रीको-रोमन पहलवानों का शानदार प्रदर्शन, सुमित ने जीता रजत पदकBy Admin Mon, 21 July 2025 03:22 AM

बुडापेस्ट (हंगरी) — उभरते हुए पहलवान सुमित ने पोल्याक इमरे और वॉर्गा जानोस मेमोरियल — चौथी रैंकिंग सीरीज़ के अंतिम दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए 60 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीता। इस टूर्नामेंट में भारत के ग्रीको-रोमन पहलवानों ने दमदार वापसी की, जहां देश को एक रजत और एक कांस्य पदक हासिल हुआ।

शुरुआती दिन निराशाजनक रहे थे, जब कोई भी ग्रीको-रोमन पहलवान पदक दौर में नहीं पहुंच सका था। लेकिन अंतिम दिन के प्रदर्शन ने भारत की इस शैली की कुश्ती में उभरती ताकत और संभावनाओं को दिखाया।

सुमित ने जीता रजत पदक

अंडर-23 एशियाई चैंपियन सुमित ने 60 किग्रा वर्ग में दमदार प्रदर्शन किया। क्वालिफिकेशन राउंड में उन्हें बाई मिला। इसके बाद उन्होंने अपने पहले मुकाबले में UWW के सादिक लालायेव को 9-3 से हराया।

क्वार्टरफाइनल में सुमित ने कोरिया के दाहयुन किम को फॉल से (7-4) हराया। सेमीफाइनल में उन्होंने कज़ाखस्तान के गालिम कब्दुनासारोव को तकनीकी श्रेष्ठता (10-1) से मात दी।

फाइनल में उनका सामना अज़रबैजान के निहात जाहिद माम्मादली से हुआ, जो वर्तमान यूरोपीय और विश्व चैंपियन हैं। पहले पीरियड में माम्मादली थोड़े दबाव में दिखे, लेकिन उन्होंने सुमित के हर प्रयास को नाकाम किया। दूसरे पीरियड की शुरुआत में उन्होंने बॉडीलॉक के जरिए टेकडाउन कर स्कोर 4-1 किया।

सुमित को जब पार टेरे में रखा गया, तो माम्मादली ने 5-1 की बढ़त बना ली। अंतिम दो मिनट में सुमित ने वापसी की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली और मुकाबला माम्मादली ने 5-1 से जीत लिया।

अनिल मोर को कांस्य पदक

ग्रीको-रोमन पहलवान अनिल मोर, जिन्होंने जून 2025 में यासर डोगु इंटरनेशनल में रजत पदक जीता था, ने इस बार 55 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया।

क्वालिफिकेशन राउंड में उन्हें बाई मिला, लेकिन पहले मुकाबले में उन्हें UWW के एमिन सेफरशाएव से 1-6 से हार मिली। चूंकि एमिन फाइनल में पहुंचे, अनिल को रेपेचाज का मौका मिला।

अनिल ने मोल्डोवा के एट्रियम डेलेनु को 7-0 से हराया। फिर कांस्य पदक के मुकाबले में उन्होंने उज़्बेकिस्तान के इख्तियोर बोटीरोव को 7-4 से हराकर भारत को दिन का दूसरा पदक दिलाया।

महिलाओं का दबदबा बरकरार

एक दिन पहले ही भारतीय महिला कुश्ती टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल पदक तालिका में पहला स्थान हासिल किया था, जबकि अमेरिका और हंगरी क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं।

भारत की महिला पहलवानों के हालिया शानदार प्रदर्शन को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि भारत 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में 3 से 4 पदक जीत सकता है।

 

With inputs from IANS