चौथा टेस्ट: दाहिने पैर में चोट लगने के बाद ऋषभ पंत स्कैन के लिए ले जाए गए मैदान से बाहरBy Admin Thu, 24 July 2025 04:22 AM

मुंबई — भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को बुधवार को मैनचेस्टर में एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी श्रृंखला के चौथे टेस्ट के पहले दिन बल्लेबाजी के दौरान दाहिने पैर में चोट लगने के बाद ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम से स्कैन के लिए ले जाया गया।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की मेडिकल टीम उनकी स्थिति पर निगरानी रख रही है। बोर्ड ने सोशल मीडिया पर एक बयान में यह जानकारी दी।

बीसीसीआई ने X पर कहा,
"ऋषभ पंत को मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन बल्लेबाजी के दौरान दाहिने पैर पर चोट लगी। उन्हें स्कैन के लिए स्टेडियम से ले जाया गया। बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनकी स्थिति की निगरानी कर रही है।”

बुधवार को इंग्लैंड के खिलाफ जारी श्रृंखला में पंत को एक और नई चोट का सामना करना पड़ा, जब भारतीय उपकप्तान को दाहिने पैर की चोट के कारण मैदान छोड़ना पड़ा।

68वें ओवर की चौथी गेंद पर पंत ने क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके बल्ले के किनारे से सीधे दाहिने पैर पर जा लगी। इंग्लैंड ने lbw की अपील पर डीआरएस ले लिया जो गलत साबित हुआ, लेकिन पंत दर्द से कराहते दिखे और फिजियो कमलेश जैन ने उनका इलाज किया, इस दौरान मैदानी अंपायरों ने ड्रिंक्स ब्रेक ले लिया।

पैर के ऊपरी हिस्से में टेबल टेनिस बॉल जैसी सूजन और हल्का रक्तस्राव दिखने पर पंत चोटिल पैर पर वजन नहीं दे पा रहे थे। अंततः एक एंबुलेंस बग्गी (गोल्फ कार्ट जैसी) की मदद से उन्हें मैदान से बाहर ले जाया गया। उस समय वह 48 गेंदों पर 37 रन बनाकर खेल रहे थे और बी. साई सुदर्शन के साथ 72 रनों की साझेदारी कर चुके थे।

रविंद्र जडेजा जब बल्लेबाजी के लिए आए, तो पंत के चेहरे के भावों से यही झलक रहा था कि यह चोट भारत के लिए बड़ी चिंता बन सकती है। इससे पहले लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में भी पंत विकेटकीपिंग के दौरान बाएं हाथ की उंगली में चोटिल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें ध्रुव जुरेल ने बदला था। हालांकि, उस मैच में पंत ने 74 और 9 रन की पारियां खेली थीं।

अगर पंत को कोई गंभीर चोट नहीं होती और सूजन कम हो जाती है, तो वे दोबारा बल्लेबाजी के लिए लौट सकते हैं। आईसीसी के नियम 25.4 के अनुसार,
“किसी भी समय बल्लेबाज जब गेंद मृत हो, तो रिटायर हो सकता है। यदि बीमारी, चोट या अन्य अपरिहार्य कारणों से रिटायर होता है, तो वह बल्लेबाज अपनी पारी फिर से शुरू करने का अधिकार रखता है।”

 

With inputs from IANS