अपनी गेंदबाजी से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हूं, सुधार करने की कोशिश करूंगा: कम्बोजBy Admin Fri, 25 July 2025 05:55 AM

नई दिल्ली — भारत के डेब्यूटेंट तेज गेंदबाज अंशुल कम्बोज ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की पहली विकेट लेने के बाद अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा कि वह अपनी गेंदबाजी से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं और आगे इसमें सुधार करना चाहेंगे।

कम्बोज, जो पिछले कुछ घरेलू सत्रों से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, भारत के 318वें टेस्ट खिलाड़ी बने हैं। उन्होंने ग्रॉइन इंजरी से जूझ रहे आकाश दीप की जगह टीम में जगह पाई। चौथे टेस्ट के दूसरे दिन, कम्बोज ने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट को 94 रन पर आउट कर भारत को महत्वपूर्ण सफलता दिलाई।

जियोहॉटस्टार से बातचीत में उन्होंने कहा, "अपने पहले अंतरराष्ट्रीय विकेट के बाद अच्छा महसूस हुआ। मेरा फोकस शुरुआत से ही सही एरिया में गेंद डालने पर था। कुछ गेंदें अच्छी गईं, कुछ नहीं। ईमानदारी से कहूं तो मैं अभी भी अपनी गेंदबाजी से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हूं। कल और बेहतर करने की कोशिश करूंगा।"

तीसरे दिन की रणनीति के बारे में उन्होंने बताया, "पहले दो स्पेल में मैंने ज्यादा एफर्ट डाले, लेकिन तीसरे स्पेल में अपनी ताकतों पर भरोसा रखा और एक ही एरिया में गेंदबाजी की। कल हम फिर से अच्छी लेंथ और एरिया में गेंद डालने की कोशिश करेंगे और इंग्लैंड को जल्द से जल्द आउट करना चाहेंगे। हमें बाउंड्री रोकनी होगी क्योंकि वे सिंगल्स की बजाय चौके मारने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।"

कम्बोज ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाजों के साथ गेंदबाजी करने को सीखने का अच्छा अनुभव बताया। उन्होंने कहा, "मैं जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज से बहुत कुछ सीखता हूं — वे अलग-अलग परिस्थितियों में क्या करते हैं, यह देखता हूं और समझता हूं कि कब क्या करना है। हम लगातार बातचीत करते रहते हैं और यह सब परिस्थितियों और मैच की स्थिति के अनुसार खुद को ढालने के बारे में होता है।"

दिन 2 की सबसे अहम घटना रही जब ऋषभ पंत ने चोटिल पैर के बावजूद मैदान पर लौटकर बहादुरी दिखाई। भारत पहली पारी में 358 रन पर ऑलआउट हुआ।

जवाब में इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट और ज़ैक क्रॉली ने तेज शुरुआत की और टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड 225/2 रन पर था, जो रूट और ओली पोप नाबाद थे।

 

With inputs from IANS