
नई दिल्ली: भारतीय ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर ने मैनचेस्टर में अपने करियर का पहला टेस्ट शतक जड़ने के बाद अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा कि हर शतक अहम होता है, लेकिन यह शतक उनके लिए बेहद खास है। सुंदर ने यह भी बताया कि कोच गौतम गंभीर ने उन्हें पूरे दिन डटे रहने का संदेश दिया था, ताकि भारत मैच ड्रॉ करा सके।
सुंदर, जो पहली बार नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने उतरे, ने रविंद्र जडेजा (नाबाद 107) के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए नाबाद 203 रन की साझेदारी की और भारत को हार से बचाकर मैच ड्रॉ करवाया।
सुंदर ने JioHotstar पर बातचीत में कहा:
"यह पल बेहद खास है। सच कहूं तो इस अहसास को शब्दों में बयां करना मुश्किल है क्योंकि टेस्ट शतक का अपना अलग ही महत्व होता है। हर शतक जरूरी होता है, लेकिन यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है। नंबर 5 पर खेलने का मौका मिला और मेरा एकमात्र लक्ष्य पूरे दिन संघर्ष करना था। यही संदेश कोच की ओर से भी मिला था। मैं बहुत खुश हूं कि हम मैच ड्रॉ करा सके।"
लंच तक भारत छह विकेट शेष रहते हुए 88 रन पीछे था। लेकिन सुंदर और जडेजा की शानदार साझेदारी ने इंग्लैंड की बढ़त को पार कर भारत को टी ब्रेक तक 11 रन आगे कर दिया।
अंतिम सत्र में दोनों बल्लेबाजों ने और भी मजबूती से संघर्ष किया। जडेजा ने 141वें ओवर में अपना शतक पूरा किया जबकि सुंदर ने 143वें ओवर में शतक जड़ा। भारत ने जब 425/4 का स्कोर बना लिया और एक घंटे से भी कम का खेल बचा था, तब दोनों टीमों ने हाथ मिलाकर मैच ड्रॉ घोषित कर दिया।
सुंदर ने आगे कहा:
"हमने सिर्फ गेंद की गुणवत्ता के अनुसार खेलना चाहा, खासकर जब पिच से तेज और स्पिन दोनों को मदद मिल रही थी। हमारा फोकस अनुशासन बनाए रखने और अपना सब कुछ देने पर था। आज जो पल हमने महसूस किए, वो खास हैं, और मैच ड्रॉ करवाने के बाद तो और भी शानदार लग रहा है। पूरी टीम ने टेस्ट मैच में अच्छा प्रदर्शन किया और अब अगला मुकाबला और रोमांचक होगा।"
पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने सुंदर के प्रदर्शन और टीम की रणनीति पर उसके असर का विश्लेषण करते हुए कहा:
"अब आपको वॉशिंगटन सुंदर को एक पूर्ण ऑलराउंडर के रूप में देखना होगा। आप देख सकते हैं कि रविंद्र जडेजा अब ज़्यादा बल्लेबाजी ऑलराउंडर की भूमिका निभा रहे हैं क्योंकि इस सीरीज़ में उनका गेंद से योगदान उतना प्रभावशाली नहीं रहा है। वहीं सुंदर ने विकेट भी लिए हैं – वह एक ऐसे ऑफ-स्पिनर हैं जिन्हें स्पेशलिस्ट स्पिनर के रूप में भी चुना जा सकता है।"
मांजरेकर ने आगे कहा:
"इस साझेदारी ने भारत की सोच बदल दी है। अब टीम अतिरिक्त बल्लेबाज पर विचार नहीं करेगी, बल्कि कुलदीप यादव जैसे विकल्प को अगली टेस्ट के लिए देख सकती है। यहां तक कि ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में भी टीम इन दो ऑलराउंडर्स के साथ बैटिंग मजबूत करना चाह सकती है। सुंदर अब शायद नंबर 5 पर ही खेलें और अगर ध्रुव जुरेल अगले मैच में खेलते हैं, तो उन्हें एक पायदान नीचे आना पड़ सकता है।"
With inputs from IANS