एसएआईएल ने भारतीय नौसेना के युद्धपोतों को उच्च गुणवत्ता वाले स्टील से सशक्त कियाBy Admin Wed, 27 August 2025 05:07 AM

नई दिल्ली| सरकारी महारत्न कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएआईएल) ने देश के रक्षा क्षेत्र के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत रखते हुए भारतीय नौसेना के उन्नत युद्धपोत आईएनएस उदयगिरि और आईएनएस हिमगिरि के लिए लगभग 8,000 टन अत्यावश्यक ग्रेड का स्टील उपलब्ध कराया है। ये दोनों फ्रिगेट मंगलवार को नौसेना के बेड़े में शामिल किए गए।

विशाखापट्टनम में आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जहां दोनों फ्रिगेट आधिकारिक रूप से भारतीय नौसेना में कमीशन किए गए।

एसएआईएल ने इन अत्याधुनिक फ्रिगेट्स के निर्माण में अहम भूमिका निभाई। मजगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) के साथ साझेदारी करते हुए, एसएआईएल ने बोकारो, भिलाई और राउरकेला संयंत्रों से क्रिटिकल-ग्रेड हॉट-रोल्ड शीट्स और प्लेट्स की आपूर्ति की।

कंपनी ने कहा कि भारतीय नौसेना के लिए इस विशेष श्रेणी के स्टील का विकास और आपूर्ति आयात पर निर्भरता कम करने और रक्षा आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ अभियानों को सीधे तौर पर मजबूती प्रदान करता है। राउरकेला स्टील प्लांट के स्पेशल प्लेट प्लांट ने अकेले ही अब तक टैंकों, युद्धपोतों और मिसाइलों जैसे रक्षा उपकरणों के लिए 1,00,000 टन से अधिक क्रिटिकल-ग्रेड स्टील की आपूर्ति की है।

आईएनएस उदयगिरि और आईएनएस हिमगिरि का कमीशन होना पूरी तरह स्वदेशी रक्षा तंत्र की ताकत और गहराई को दर्शाता है—बुनियादी स्टील से लेकर जटिल डिजाइन और समर्पित क्रू तक। एसएआईएल की रक्षा क्षेत्र में लंबी साझेदारी पहले भी आईएनएस विक्रांत, आईएनएस निलगिरि, आईएनएस अजय, आईएनएस निस्तार, आईएनएस अर्नाला, आईएनएस विंध्यगिरि और आईएनएस सूरत जैसे ऐतिहासिक जहाजों को क्रिटिकल-ग्रेड स्टील उपलब्ध कराने में दिख चुकी है। यही निरंतर योगदान एसएआईएल को एक भरोसेमंद राष्ट्रीय निर्माता और नौसेना के आधुनिकीकरण में अहम सहयोगी बनाता है।

वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में एसएआईएल ने 685 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया। इस दौरान कंपनी का कर पूर्व लाभ (अपवादात्मक मदों को छोड़कर) 273 प्रतिशत की वृद्धि के साथ मजबूत स्तर पर रहा। बिक्री, संचालन से राजस्व, तैयार स्टील और क्रूड स्टील उत्पादन में भी पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई।

 

With inputs from IANS