
नई दिल्ली: वित्तीय सेवाओं की प्रमुख कंपनी पेटीएम ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि गूगल प्ले की हालिया यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) हैंडल बदलाव संबंधी अधिसूचना अधूरी थी, जिससे उपयोगकर्ताओं में भ्रम की स्थिति बनी।
कंपनी ने जोर देकर कहा कि पेटीएम पर यूपीआई भुगतान पूरी तरह सामान्य हैं और उपभोक्ता व व्यापारी दोनों तरह के लेन-देन बिना किसी रुकावट के जारी हैं।
यह अपडेट केवल आवर्ती भुगतानों (Recurring Payments) जैसे सब्सक्रिप्शन बिलिंग पर लागू होता है।
पेटीएम ने बताया, “यदि कोई उपयोगकर्ता यूट्यूब प्रीमियम, गूगल वन स्टोरेज या किसी भी सब्सक्रिप्शन सेवा के लिए पेटीएम यूपीआई का उपयोग कर रहा था, तो उसे सिर्फ अपने पुराने @paytm हैंडल को नए बैंक-लिंक्ड हैंडल जैसे @pthdfc, @ptaxis, @ptyes या @ptsbi में बदलना होगा।”
उदाहरण के तौर पर, यदि किसी की यूपीआई आईडी abcd@paytm थी, तो अब वह abcd@pthdfc (या संबंधित बैंक के अनुसार) होगी। एकमुश्त (one-time) यूपीआई भुगतान पर इसका कोई असर नहीं होगा।
कंपनी ने कहा कि यह बदलाव नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) से थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) के रूप में मंजूरी मिलने के बाद नए यूपीआई हैंडल पर स्थानांतरण का हिस्सा है।
आवर्ती भुगतानों के अपडेट की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2025 तय की गई है, इसी कारण गूगल प्ले ने यह अलर्ट जारी किया।
ग्राहकों को भरोसा दिलाते हुए पेटीएम ने कहा कि यह केवल एक साधारण अपडेट है ताकि आवर्ती भुगतान निर्बाध रूप से जारी रह सकें, जबकि बाकी सभी यूपीआई लेन-देन ऐप पर पहले की तरह चलते रहेंगे।
कंपनी ने यह भी बताया कि वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1) में उसका कर-पश्चात लाभ (PAT) ₹123 करोड़ रहा, जबकि परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 28 प्रतिशत बढ़कर ₹1,918 करोड़ पर पहुंच गया। जून तिमाही में EBITDA ₹72 करोड़ रहा, जो कंपनी की लागत संरचना को अनुशासित बनाए रखने और एम्बेडेड एआई क्षमताओं के जरिए दक्षता व विकास पर ध्यान देने को दर्शाता है।
पेटीएम ने भारत के व्यापारी भुगतान परिदृश्य में अपनी अग्रणी स्थिति को और मजबूत किया है और एमएसएमई तथा बड़े उद्यमों में लगातार नए डिवाइस सब्सक्रिप्शन जोड़ रहा है।
With inputs from IANS