
सियोल: दक्षिण कोरिया ने घोषणा की है कि वह वर्ष 2029 से मानवरूपी (ह्यूमनॉइड) रोबोटों का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करेगा और उसके अगले वर्ष यानी 2030 से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित स्वायत्त वाहनों का निर्माण भी करेगा। उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
यह योजना मैन्युफैक्चरिंग एएक्स अलायंस (M.AX) के शुभारंभ समारोह में पेश की गई। इस गठबंधन का उद्देश्य ह्युंडई मोटर ग्रुप, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स और पोस्को ग्रुप जैसी प्रमुख कंपनियों को एआई कंपनियों से जोड़ना है, ताकि वे अपने विनिर्माण कार्यों में एआई तकनीक का उपयोग कर सकें।
उद्योग मंत्रालय के अनुसार, M.AX को 10 डिवीजनों में बांटा गया है, जो एआई फैक्ट्रियां, एआई विनिर्माण सेवाएं, एआई लॉजिस्टिक्स सुविधाएं, सेल्फ-ड्राइविंग कारें, मानवरूपी रोबोट, स्वायत्त जहाज, एआई घरेलू उपकरण, एआई रक्षा उत्पाद, एआई-आधारित बायोफार्मास्युटिकल सुविधाएं और एआई चिप्स विकसित करेंगे।
सरकार का अनुमान है कि इस परियोजना से वर्ष 2030 तक 100 ट्रिलियन वॉन (72 अरब अमेरिकी डॉलर) से अधिक का अतिरिक्त मूल्य उत्पन्न होगा।
योजना के तहत 2028 तक औद्योगिक उपयोग के लिए ह्यूमनॉइड रोबोट का एक बुनियादी एआई मॉडल तैयार किया जाएगा और 2029 से हर साल कम से कम 1,000 रोबोट बनाए जाएंगे। इसी तरह, 2028 से सॉफ्टवेयर-डिफाइंड व्हीकल्स के प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराए जाएंगे और 2030 से एंड-टू-एंड (E2E) स्वायत्त वाहनों का बड़े पैमाने पर उत्पादन होगा। ये वाहन एक ही एआई मॉडल से संपूर्ण ड्राइविंग प्रक्रिया को नियंत्रित करेंगे।
मंत्रालय ने बताया कि सरकार इस परियोजना की मुख्य तकनीकों, जैसे ऑटोमोटिव सेमीकंडक्टर और ड्राइविंग डेटा जनरेशन सिमुलेटर, पर कुल 1 ट्रिलियन वॉन का निवेश करेगी।
इसके अलावा, लक्ष्य 2030 तक 500 एआई फैक्ट्रियों का निर्माण करने, पूर्णत: स्वायत्त जहाजों की तकनीक विकसित करने वाला पहला देश बनने, 10 ऐसे घरेलू उपकरण लॉन्च करने और 10 नए प्रोटोटाइप तैयार करने का है, जिनमें देश में बने ऑन-डिवाइस एआई सेमीकंडक्टर का उपयोग होगा।
उद्योग मंत्री किम जंग-क्वान ने कहा, “गठबंधन में 1,000 से अधिक कंपनियों की स्वेच्छा से भागीदारी यह दर्शाती है कि कॉरपोरेट जगत में जीवित रहने के लिए मैन्युफैक्चरिंग एएक्स कितना अहम है। सरकार निजी क्षेत्र के सहयोग से 2030 तक दक्षिण कोरिया को विश्व का अग्रणी मैन्युफैक्चरिंग एएक्स राष्ट्र बनाने की दिशा में काम करेगी।”
With inpus from IANS