अध्ययन: हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज और रेज़िस्टेंस ट्रेनिंग कैंसर से लड़ने में मददगारBy Admin Tue, 16 September 2025 06:20 AM

नई दिल्ली- एक अध्ययन में पाया गया है कि रेज़िस्टेंस ट्रेनिंग (RT) और हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) दोनों ही पर्याप्त मात्रा में मायोकाइन्स (Myokines) उत्पन्न करती हैं, जो कैंसर से लड़ने में सहायक हो सकती हैं।

रेज़िस्टेंस ट्रेनिंग में वज़न जैसे बाहरी बल का उपयोग कर मांसपेशियों और ताकत को बढ़ाया जाता है, जबकि HIIT में छोटी-छोटी अंतरालों पर तीव्र व्यायाम और फिर थोड़े समय का विश्राम शामिल होता है, जो हृदय और फेफड़ों की क्षमता तथा सहनशक्ति को बेहतर बनाता है।

ऑस्ट्रेलिया की एडिथ कोवन यूनिवर्सिटी (ECU) के शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन ब्रेस्ट कैंसर से उबरे मरीजों ने RT या HIIT अपनाई, उनके खून के सैंपल्स में कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि क्रमशः 22 और 25 प्रतिशत तक कम हो गई।

अध्ययन से जुड़े फ्रांसेस्को बेटारीगा ने कहा, “यह संकेत देता है कि दोनों प्रकार की एक्सरसाइज कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को धीमा कर सकती हैं।”

हालाँकि RT और HIIT के प्रभावों में बड़ा अंतर नहीं पाया गया, लेकिन बेटारीगा ने बताया, “दिलचस्प रूप से, HIIT करने पर कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि में कमी सीधे तौर पर शरीर में दुबली मांसपेशियों की वृद्धि और चर्बी घटने से जुड़ी थी।”

टीम ने बताया कि अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज का शरीर पर अलग असर पड़ता है। जहाँ RT से मांसपेशियों की ताकत और मास में वृद्धि होती है, वहीं HIIT कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस को बढ़ाती है और फैट मास कम करती है।

बेटारीगा ने कहा, “यह जानना बेहद ज़रूरी है कि क्या अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज मायोकाइन्स के उत्पादन और उनके कैंसर-रोधी प्रभावों पर अलग असर डालती हैं।”

मायोकाइन्स वे प्रोटीन हैं जो व्यायाम के दौरान मांसपेशियों से उत्पन्न होते हैं और कैंसर से लड़ने की क्षमता रखते हैं।

टीम ने ब्रेस्ट कैंसर से बचे लोगों पर 12 हफ्तों तक एक्सरसाइज प्रोग्राम चलाकर यह जांच की कि RT और HIIT का कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि पर क्या असर पड़ता है।

“नतीजों से पता चला कि 12 हफ्तों के बाद प्रतिभागियों के शरीर में मायोकाइन्स का स्तर पहले से कहीं अधिक था। यानी आप चाहे कोई भी व्यायाम करें, उससे लाभ ज़रूर मिलेगा,” बेटारीगा ने कहा।

 

With inputs from IANS