
नई दिल्ली। नीदरलैंड की दूरसंचार उपकरण निर्माता कंपनी GX ग्रुप ने शुक्रवार को भारत में उन्नत फोटोनिक्स मॉड्यूल और चिप सिस्टम के निर्माण के लिए GX क्वांटम फोटोनिक्स प्राइवेट लिमिटेड की शुरुआत की घोषणा की।
कंपनी ने कहा कि ये फोटोनिक्स मॉड्यूल और चिप सिस्टम अगली पीढ़ी की ब्रॉडबैंड, 5G/6G और क्वांटम कम्युनिकेशन तकनीकों में उपयोग किए जाएंगे।
GX ग्रुप ने बताया कि प्रारंभिक चरण में 500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, जिसके माध्यम से भारत का पहला फोटोनिक्स चिप विकास, विनिर्माण और अनुसंधान एवं विकास (R&D) केंद्र स्थापित किया जाएगा।
कंपनी ने बताया कि इस निवेश को नीदरलैंड की इन्वेस्ट इंटरनेशनल का सहयोग प्राप्त है, जिसने SMART Photonics BV — जो इंडियम फॉस्फाइड आधारित फोटोनिक इंटीग्रेटेड सर्किट्स की वैश्विक अग्रणी कंपनी है — के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की है।
यह पहल आयात पर निर्भरता को कम करने, सुरक्षित और निर्यात-योग्य ऑप्टिकल घटक विकसित करने तथा भारत की स्थिति को 50 अरब डॉलर के वैश्विक फोटोनिक्स मॉड्यूल बाजार में मजबूत करने के उद्देश्य से की गई है।
GX ग्रुप के अनुसार, इस परियोजना से 300 से अधिक कुशल विनिर्माण नौकरियां सृजित होंगी और यह एआई डेटा सेंटर, इलेक्ट्रिक वाहन (EV) लिडार सिस्टम और क्वांटम कम्युनिकेशन को भी समर्थन प्रदान करेगी।
GX ग्रुप के सीईओ परीतोष प्रजापति ने कहा, “भारत की विकास यात्रा तकनीकी आत्मनिर्भरता के बिना अधूरी है। GX क्वांटम फोटोनिक्स के माध्यम से हम देश के पहले फोटोनिक्स मॉड्यूल और चिपसेट को डिजाइन, विकसित और निर्माण कर रहे हैं — वह भी भारत में।”
उन्होंने आगे कहा, “हमारा लक्ष्य सिर्फ निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि भारत को एक वैश्विक फोटोनिक्स हब बनाना है जो एआई-सक्षम नेटवर्क, स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर और सुरक्षित डिजिटल इकोसिस्टम को ऊर्जा प्रदान करेगा।”
कंपनी के अनुसार, वैश्विक फोटोनिक्स उद्योग, जिसकी 2023 में कीमत 920 अरब डॉलर थी, 2032 तक 1.64 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। वहीं, फोटोनिक्स मॉड्यूल और ऑप्टिकल ट्रांसीवर खंड 2030 तक 20 अरब डॉलर से बढ़कर 50 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जिसे 5G/6G नेटवर्क, बड़े पैमाने पर डेटा सेंटर्स और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार से बढ़ावा मिलेगा।
GX क्वांटम फोटोनिक्स, लार्ज स्केल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग (ECMS) के तहत प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना का भी आवेदक है।
यह पहल भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ विजन को सीधे समर्थन देती है और सेमिकॉन इंडिया तथा क्वांटम मिशन के अनुरूप है, जिनका उद्देश्य भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग (ESDM) का वैश्विक केंद्र बनाना है।
With inputs from IANS