
नई दिल्ली — सरकार ने रविवार को राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 की घोषणा की, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट और प्रेरणादायक योगदान देने वाले व्यक्तियों तथा टीमों को प्रदान किया जाता है। यह देश का सर्वोच्च सम्मान है, जो वैज्ञानिक अनुसंधान और खोजों में असाधारण उपलब्धियों को मान्यता देता है।
यह पुरस्कार चार श्रेणियों में दिया जाता है — विज्ञान रत्न, विज्ञान श्री, विज्ञान युवा–शांति स्वरूप भटनागर और विज्ञान टीम पुरस्कार।
विज्ञान रत्न पुरस्कार, जो आजीवन उपलब्धि के लिए दिया जाता है, प्रो. जयंत विष्णु नारलीकर को भौतिकी के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए मरणोपरांत प्रदान किया गया।
विज्ञान श्री पुरस्कार निम्नलिखित वैज्ञानिकों को प्रदान किया गया —
डॉ. ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह (कृषि विज्ञान)
डॉ. यूसुफ मोहम्मद शेख (परमाणु ऊर्जा)
डॉ. के. थंगराज (जैविक विज्ञान)
प्रो. प्रदीप थलप्पिल (रसायन विज्ञान)
प्रो. अनिरुद्ध भालचंद्र पंडित (इंजीनियरिंग विज्ञान)
डॉ. एस. वेंकटा मोहन (पर्यावरण विज्ञान)
प्रो. महान एमजे (गणित एवं कंप्यूटर विज्ञान)
श्री जयन एन (अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी)
विज्ञान युवा–शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार, जो 45 वर्ष से कम आयु के युवा वैज्ञानिकों को दिया जाता है, कई उभरते शोधकर्ताओं को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रदान किया गया। इनमें शामिल हैं —
डॉ. जगदीस गुप्ता कपुगंती, डॉ. सतेंद्र कुमार मंगरौतिया, श्री देबरका सेनगुप्ता, डॉ. दीपा आगाशे, डॉ. दिब्येंदु दास, डॉ. वालीउर रहमान, प्रो. अर्कप्रभा बसु, प्रो. सब्यसाची मुखर्जी, प्रो. श्वेता प्रेमा अग्रवाल, डॉ. सुरेश कुमार, प्रो. अमित कुमार अग्रवाल, प्रो. सुरहुद श्रीकांत मोरे, श्री अंकुर गर्ग और प्रो. मोहनशंकर शिवप्रकाशम।
विज्ञान टीम पुरस्कार सीएसआईआर एरोमा मिशन टीम को कृषि विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया।
इन पुरस्कारों में कुल 13 वैज्ञानिक क्षेत्रों को शामिल किया गया है — भौतिकी, रसायन विज्ञान, जैविक विज्ञान, गणित और कंप्यूटर विज्ञान, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, कृषि एवं पर्यावरण विज्ञान, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष विज्ञान तथा तकनीकी नवाचार।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार के 2025 संस्करण के लिए नामांकन 4 अक्टूबर से 17 नवंबर 2024 तक राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल के माध्यम से आमंत्रित किए गए थे।
यह पुरस्कार भारत की वैज्ञानिक उत्कृष्टता, तकनीकी नेतृत्व और नवाचार आधारित विकास के प्रति बढ़ती प्रतिबद्धता को दर्शाता है। देश के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिकों और नवोन्मेषकों को सम्मानित कर, इसका उद्देश्य युवा शोधकर्ताओं को प्रेरित करना और भारत को विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक अग्रणी बनाने की दिशा में अग्रसर करना है।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 के वितरण समारोह की तिथि और स्थान की घोषणा शीघ्र ही की जाएगी।
With inputs from IANS