एआई बॉट गतिविधि में भारत एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे आगे, जापान और चीन दूसरे व तीसरे स्थान पर: रिपोर्टBy Admin Thu, 06 November 2025 07:40 AM

नई दिल्ली – भारत एशिया-प्रशांत (APAC) क्षेत्र में एआई बॉट गतिविधियों के मामले में शीर्ष स्थान पर है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक वर्ष में स्वचालित ट्रैफिक (Automated Traffic) में वैश्विक स्तर पर 300 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

साइबर सुरक्षा और क्लाउड कंप्यूटिंग कंपनी Akamai Technologies की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में एआई बॉट्स ने 3.2 बिलियन ट्रिगर्स उत्पन्न किए, जिससे देश एपीएसी क्षेत्र में सबसे अधिक लक्षित बाजार बन गया है। भारत के बाद जापान और चीन का स्थान है।

रिपोर्ट में बताया गया कि एआई-संचालित बॉट्स द्वारा वेबसाइटों पर हमलों में चिंताजनक वृद्धि हुई है, जो लगभग हर उद्योग को प्रभावित कर रही है। ये बॉट्स अरबों अनुरोध (requests) उत्पन्न करते हैं, जिससे डिजिटल संचालन और विश्लेषण प्रणाली पर गहरा प्रभाव पड़ता है। अकामाई के प्लेटफॉर्म पर ये कुल बॉट ट्रैफिक का लगभग 1 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया कि ट्रैफिक में यह तेज़ उछाल मुख्यतः कॉन्टेंट स्क्रैपिंग (Content Scraping) के कारण है, जो पारंपरिक वेब-आधारित व्यापार मॉडल, पब्लिशर एनालिटिक्स और विज्ञापन राजस्व को कमजोर कर रहा है।

जैसे-जैसे बॉट ट्रैफिक बढ़ रहा है, वैसे-वैसे पब्लिशर्स और कंटेंट-आधारित कंपनियों को गलत एनालिटिक्स और गिरते विज्ञापन राजस्व जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि बॉट्स बिना किसी प्रतिफल के मूल्य निकाल रहे हैं।

रिपोर्ट ने यह भी खुलासा किया कि एआई-सक्षम टूल्स की तेज़ी से बढ़ती उपलब्धता ने अनुभवी साइबर अपराधियों और नए दुर्भावनापूर्ण तत्वों दोनों के लिए फिशिंग हमले, सोशल इंजीनियरिंग, पहचान की चोरी, और नकली दस्तावेज़ों व छवियों के माध्यम से धोखाधड़ी करना आसान बना दिया है।

इसके अलावा, FraudGPT, WormGPT, Ad Fraud Bots, और Return Fraud Bots जैसे दुर्भावनापूर्ण बॉट्स वेबसाइटों की कार्यक्षमता को प्रभावित कर रहे हैं, लागत बढ़ा रहे हैं और प्रमुख मीट्रिक को विकृत कर रहे हैं।

वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार, कॉमर्स इंडस्ट्री में एआई बॉट गतिविधि सबसे अधिक पाई गई, जिसमें दो महीने की अवधि में 25 बिलियन से अधिक बॉट रिक्वेस्ट्स दर्ज किए गए।

हालांकि, डिजिटल मीडिया उद्योग में सबसे अधिक असर पब्लिशिंग सेक्टर पर देखा गया, जो कुल एआई बॉट ट्रिगर्स का 63 प्रतिशत हिस्सा है।

हेल्थकेयर सेक्टर में, 90 प्रतिशत से अधिक एआई बॉट ट्रिगर्स स्क्रैपिंग से जुड़े हैं, जिनमें मुख्य रूप से सर्च और ट्रेनिंग बॉट्स शामिल हैं।

 

With inputs from IANS