नई दिल्ली — वैश्विक एआई प्रतिस्पर्धा में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए, अरविंद श्रीनिवास के नेतृत्व वाली पर्प्लेक्सिटी एआई ने ओपनएआई के चैटजीपीटी को पछाड़ते हुए एप्पल ऐप स्टोर पर मुफ्त ऐप्स की सूची में पहला स्थान प्राप्त कर लिया है।
यह तेजी से उछाल भारत की दूरसंचार कंपनी एयरटेल के साथ एक रणनीतिक साझेदारी के बाद आया है, जिसके तहत एयरटेल अपने ग्राहकों को सालाना ₹17,000 की कीमत वाला Perplexity Pro सब्सक्रिप्शन मुफ्त में उपलब्ध करा रही है।
Perplexity Pro उपयोगकर्ताओं को GPT-4.1, Claude, Grok 4 जैसे अत्याधुनिक एआई मॉडल्स और इमेज जेनरेशन टूल्स तक पहुंच प्रदान करता है। इसके अलावा, यह बिना भुगतान वाले उपयोगकर्ताओं को कंपनी के Comet Browser का प्रारंभिक (इनवाइट-ओनली) एक्सेस भी देता है।
हालांकि पर्प्लेक्सिटी iOS पर टॉप पर है, लेकिन Google Play Store पर अब भी चैटजीपीटी सबसे लोकप्रिय ऐप बना हुआ है, जहां पर्प्लेक्सिटी फिलहाल उपलब्ध नहीं है।
गूगल का एआई असिस्टेंट Gemini इस समय एप्पल ऐप स्टोर के फ्री ऐप्स की सूची में पांचवें स्थान पर है।
ओपनएआई, जो अब सैम ऑल्टमैन के नेतृत्व में है, उपयोगकर्ता अनुभव को और बेहतर करने के लिए अपने नए ChatGPT Agent पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो ईमेल पढ़ने, वेब ब्राउज़िंग, प्रेज़ेंटेशन बनाने जैसे कामों को संभालने में सक्षम एक जनरल पर्पज असिस्टेंट है।
कुछ महीने पहले जीपीटी-4 द्वारा संचालित इमेज जेनरेशन फीचर की वैश्विक लोकप्रियता ने भी चैटजीपीटी की लोकप्रियता को और बढ़ाया था।
हालांकि, एआई की इस तेज़ी से बदलती दुनिया में ट्रेंड्स लंबे समय तक टिकते नहीं हैं। एलन मस्क का Grok भी तब सुर्खियों में आया जब Grok 3 लॉन्च हुआ और Ghibli-style इमेज ट्रेंड वायरल हो गया। इस साल की शुरुआत में चीनी एआई कंपनी DeepSeek ने अपने खुद के मॉडल के जरिए सीधे चैटजीपीटी को चुनौती देकर सुर्खियां बटोरी थीं।
2022 में स्थापित Perplexity अब जनरेटिव एआई के क्षेत्र में एक प्रमुख शक्ति बन चुका है। पिछले वर्ष इस स्टार्टअप ने अपना वैल्यूएशन $1 बिलियन से बढ़ाकर $3 बिलियन कर लिया, जो इसके तेज़ विकास और रणनीतिक दृष्टिकोण में निवेशकों और उपयोगकर्ताओं का भरोसा दर्शाता है। एआई टूल्स के बढ़ते उपयोग को देखते हुए, पर्प्लेक्सिटी का भविष्य और भी उज्जवल नजर आ रहा है।
With inputs from IANS