सरकार ने बाढ़ पूर्वानुमान के लिए AI मॉडल तैनात किए, आपदा से निपटने की तैयारी होगी और मजबूतBy Admin Fri, 25 July 2025 05:52 AM

नई दिल्ली — आपदा प्रबंधन को तकनीकी रूप से और सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए जल शक्ति मंत्रालय ने पूरे देश में अल्पकालिक बाढ़ पूर्वानुमान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) आधारित मॉडल तैनात किए हैं।

इस पहल का नेतृत्व स्मार्ट वॉटर रिसोर्सेज मॉडलिंग ऑर्गनाइजेशन – सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (SWRMO-CoE) कर रहा है, जिसकी स्थापना सितंबर 2024 में केंद्रीय जल आयोग (CWC) के अंतर्गत की गई थी।

इस जानकारी को जल शक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने लोकसभा में लिखित उत्तर के माध्यम से साझा किया।

यह पहल सरकार की जल एवं आपदा सहनशीलता की व्यापक रणनीति के तहत पर्यावरणीय जोखिम प्रबंधन में तकनीक को समाहित करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। इन AI आधारित मॉडल्स को देश में ही विकसित किया गया है और ये टाइम-सीरीज़ फोरकास्टिंग तकनीक के ज़रिये लेवल फ्लड फोरकास्टिंग स्टेशनों पर अल्पकालिक बाढ़ पूर्वानुमान प्रदान करते हैं।

ये मॉडल जल संसाधन सूचना प्रणाली विकास योजना के अंतर्गत जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग से वित्तीय सहायता प्राप्त कर रहे हैं। वर्तमान में, CWC पूरे देश में 350 स्टेशनों से बाढ़ की चेतावनी जारी करता है — जिनमें 200 लेवल फोरकास्टिंग और 150 इनफ्लो फोरकास्टिंग स्टेशन शामिल हैं — और यह काम राज्यों व परियोजना प्राधिकरणों के सहयोग से किया जाता है।

बेहतर पूर्व तैयारी और समय पर निकासी सुनिश्चित करने के लिए, CWC ने बेसिन-स्तर पर 7-दिवसीय पूर्व चेतावनी देने में सक्षम बाढ़ मॉडल भी विकसित किए हैं, जो वर्षा-अपवाह गणितीय मॉडलिंग पर आधारित हैं। ये सलाह एक अलग प्लेटफॉर्म के ज़रिये प्रसारित की जाती हैं।

बाढ़ संबंधित जानकारी को कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल (CAP) से भी जोड़ा गया है, जिससे संबंधित राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों (SDMAs) को त्वरित अलर्ट मिल सके।

इसके अलावा, बाढ़ पूर्वानुमान को सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, X (पूर्व में ट्विटर) और Flood Watch India मोबाइल ऐप के माध्यम से भी आम जनता तक पहुंचाया जा रहा है।

 

With inputs from IANS