
नई दिल्ली — एक नए अध्ययन के अनुसार, कोविड-19 संक्रमण के लिए जिम्मेदार वायरस SARS-CoV-2 से दुनियाभर में 25 लाख से अधिक लोगों की जान वैक्सीन के जरिए बचाई गई।
इटली के कैथोलिक यूनिवर्सिटी ऑफ द सेक्रेड हार्ट के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस अध्ययन में पाया गया कि हर 5,400 वैक्सीन डोज़ पर एक कोविड मृत्यु को टाला गया।
अध्ययन में यह भी बताया गया कि:
82% मौतें उन लोगों की थीं जिनकी जान बची क्योंकि उन्हें वायरस से पहले टीका लगाया गया था।
57% बचाव ओमिक्रॉन वेरिएंट के दौरान हुआ।
90% जानें 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों की बचाई गईं।
जामा हेल्थ फोरम में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, टीकों ने कुल मिलाकर 1.48 करोड़ जीवन वर्ष बचाए (हर 900 डोज़ पर एक जीवन वर्ष सुरक्षित हुआ)।
शोधकर्ताओं डॉ. एंजेलो मारिया पेज़ुल्लो और डॉ. एंटोनियो क्रिस्टियानो ने कहा,
“इससे पहले कई अध्ययनों ने अलग-अलग मॉडल और समय अवधि के आधार पर वैक्सीन से बचाई गई जानों का आकलन किया, लेकिन यह अध्ययन सबसे व्यापक है क्योंकि यह पूरी दुनिया के डेटा पर आधारित है, ओमिक्रॉन अवधि को भी कवर करता है और जीवन वर्षों की गणना भी करता है। साथ ही, यह महामारी की प्रवृत्ति को लेकर कम अनुमान पर आधारित है।”
अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने वैश्विक जनसंख्या डेटा का विश्लेषण किया और यह देखा कि कोविड से संक्रमित होने वाले लोग वैक्सीनेशन से पहले बीमार हुए या बाद में, ओमिक्रॉन अवधि से पहले या बाद में, और उनमें से कितनों की मौत हुई (और किस उम्र में हुई)।
डॉ. पेज़ुल्लो ने कहा,
“हमने इस आंकड़े की तुलना उस अनुमानित डेटा से की जिसमें कोविड वैक्सीन नहीं होती और इससे यह तय किया कि वैक्सीन के कारण कितने लोग बचाए गए और कुल कितने जीवन वर्ष सुरक्षित हुए।”
रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि:
60 वर्ष से ऊपर के लोगों में 76% जीवन वर्ष की रक्षा हुई।
दीर्घकालिक देखभाल संस्थानों (नर्सिंग होम्स) में रहने वालों का योगदान सिर्फ 2% रहा।
बच्चे व किशोर (0.01%) और 20–29 वर्ष के युवा वयस्क (0.07%) का कुल लाभ में योगदान बहुत कम रहा।
With inputs from IANS