
नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस) नासा ने शनिवार को बताया कि स्पेसएक्स ने अमेरिका, जापान और रूस के चार अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस ला दिया है।
नासा की अंतरिक्ष यात्री ऐन मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जैक्सा) के अंतरिक्ष यात्री ताकुया ओनिशी और रोसकॉस्मॉस के कॉस्मोनॉट किरिल पेस्कोव लगभग 148 दिन अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर बिताने के बाद पृथ्वी पर लौटे।
चारों को लेकर आ रहा स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान अमेरिकी समयानुसार सुबह 11:33 बजे (भारतीय समयानुसार शाम 9:03 बजे) कैलिफोर्निया के सैन डिएगो तट के पास समुद्र में उतरा।
“ड्रैगन का स्प्लैशडाउन कन्फर्म हुआ!” स्पेसएक्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया।
“घर वापसी पर स्वागत है #crew10! चारों सदस्य 148 दिन @Space_Station पर रहे,” नासा ने जोड़ा।
क्रू-10 मिशन नासा के वाणिज्यिक क्रू प्रोग्राम (सीसीपी) के तहत आईएसएस के लिए और वहां से आने-जाने वाला स्पेसएक्स का 10वां परिचालन मिशन था।
यह दल मार्च में आईएसएस पहुंचा था और पिछले पांच महीनों के दौरान वैज्ञानिक कार्य किया।
“अंतरिक्ष में रहने के दौरान दल ने अंतरिक्ष के कारण होने वाले मानसिक और शारीरिक बदलाव, मस्तिष्क से हृदय तक रक्त प्रवाह, भविष्य की चंद्रमा नेविगेशन तकनीक और अन्य विषयों का अध्ययन किया,” नासा ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा।
वे अपने साथ महत्वपूर्ण शोध नमूने भी लाए, जिन्हें ड्रैगन के अंदर पोर्टेबल साइंस फ्रीजर में रखा गया था, ताकि उन्हें पृथ्वी पर लाकर विश्लेषण किया जा सके।
इनकी वापसी के साथ ही इस महीने की शुरुआत में चार सदस्यीय क्रू-11 आईएसएस पहुंचा है।
क्रू-11 में नासा के कमांडर और पायलट ज़ेना कार्डमैन और माइक फिन्के, जैक्सा के मिशन स्पेशलिस्ट किमिया यूई और रोसकॉस्मॉस के ओलेग प्लेटोनोव शामिल हैं।
छह महीने के प्रवास के दौरान क्रू-11 कई वैज्ञानिक प्रयोगों और तकनीकी प्रदर्शनों को अंजाम देगा। इनमें चंद्रमा पर उतरने का सिमुलेशन, अंतरिक्ष यात्रा के लिए आंखों की सुरक्षा के तरीकों का परीक्षण, पौधों की कोशिका विभाजन का अध्ययन और कई अन्य शामिल हैं।
वे उच्च गुणवत्ता वाले स्टेम सेल निर्माण, बैक्टीरिया संक्रमण के इलाज के लिए एंटीबायोटिक के विकल्प, पौधों में कोशिका विभाजन से अंतरिक्ष कृषि को बढ़ावा देने और अन्य प्रयोगों का भी अध्ययन करेंगे, नासा ने बताया।
With inputs from IANS