
नई दिल्ली — एक नए अध्ययन में पाया गया है कि अंधत्व पैदा करने वाली आंखों की बीमारी से होने वाली दृष्टि हानि को एक न्यूरोप्रोटेक्टिव सर्जिकल इम्प्लांट की मदद से धीमा किया जा सकता है।
मै큲लर टेलेंजेक्टेसिया टाइप 2 (MacTel) — एक दुर्लभ रेटिना रोग जो धीरे-धीरे केंद्रीय दृष्टि को नष्ट करता है — से पीड़ित लोगों के लिए लंबे समय से कोई स्वीकृत उपचार विकल्प उपलब्ध नहीं था।
NEJM Evidence में प्रकाशित इस अध्ययन में ENCELTO नामक सर्जिकल इम्प्लांट के परिणाम बताए गए हैं, जो लगातार एक चिकित्सीय प्रोटीन जारी करके दृष्टि को सुरक्षित रखने में मदद करता है। दो फेज-3 क्लिनिकल ट्रायल्स में 47 अंतरराष्ट्रीय केंद्रों पर 228 प्रतिभागियों को शामिल किया गया और 24 महीने तक उनका अनुसरण किया गया। परिणामों से स्पष्ट हुआ कि यह इम्प्लांट मै큲ल से पीड़ित लोगों की दृष्टि संरक्षित रख सकता है।
सक्रिप्स रिसर्च, अमेरिका के प्रोफेसर मार्टिन फ्राइडलैंडर ने कहा, “यह दृष्टि हानि को लेकर हमारी सोच बदलने की दिशा में एक कदम है। कोशिकाओं के मरने का इंतजार करने के बजाय हम अब उन्हें बचाने और संरक्षित करने का तरीका सीख रहे हैं।”
यह FDA-स्वीकृत उपकरण सिलियरी न्यूरोट्रॉफिक फैक्टर (CNTF) — एक प्राकृतिक प्रोटीन जो रेटिना की तंत्रिका कोशिकाओं की रक्षा करता है — को आंख में पहुंचाता है। इसमें आनुवंशिक रूप से परिवर्तित रेटिनल पिगमेंट एपिथीलियल कोशिकाएं भी होती हैं, जो कोलेजन आधारित एक छोटे कैप्सूल में रखी जाती हैं। यह कैप्सूल आंख के पीछे लगाया जाता है और इम्यून रिजेक्शन से बचाते हुए लगातार CNTF छोड़ता है।
अध्ययन में पाया गया कि ENCELTO ने फोटोरिसेप्टर कोशिकाओं — जो केंद्रीय दृष्टि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं — की हानि की दर को उल्लेखनीय रूप से धीमा कर दिया। एक परीक्षण में, इम्प्लांट ने एलीप्सॉइड ज़ोन लॉस की दर में 54.8% की कमी की, जबकि दूसरे परीक्षण में यह कमी 30.6% रही, जो सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण है।
With inputs from IANS