
नई दिल्ली- एक रैंडमाइज्ड कंट्रोल्ड ट्रायल के नतीजों से पता चला है कि नवीन जीवित (लाइव एटेनुएटेड) टाइप 1 और 3 ओरल पोलियो वैक्सीन (nOPV1 और nOPV3) सुरक्षित हैं और यह मज़बूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया (इम्यून रिस्पॉन्स) उत्पन्न करते हैं।
द लैंसेट इंफेक्शियस डिज़ीज़ेज़ में प्रकाशित अध्ययन ने दिखाया कि nOPV1 और nOPV3 का सुरक्षा प्रोफ़ाइल अनुकूल है। इन वैक्सीन ने होमोटाइपिक मोनोवैलेंट (सिंगल-स्ट्रेन) सेबिन-स्ट्रेन ओरल वैक्सीन (mOPVs) की तरह ही इम्यून रिस्पॉन्स और वायरस-शेडिंग प्रोफ़ाइल उत्पन्न की।
शोधकर्ताओं, जिनमें यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलाइना के विशेषज्ञ भी शामिल थे, ने कहा: “nOPV1 और nOPV3 का यह पहला मानव-आधारित परीक्षण बताता है कि दोनों वैक्सीन सुरक्षित हैं, स्वस्थ वयस्कों द्वारा आसानी से सहन की जाती हैं और mOPV1 व mOPV3 की तरह न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी प्रतिक्रिया उत्पन्न करती हैं।”
यह निष्कर्ष अमेरिका के चार केंद्रों पर किए गए 205 वयस्क प्रतिभागियों के रैंडमाइज्ड ट्रायल पर आधारित हैं। प्रतिभागियों को यादृच्छिक रूप से nOPV या mOPV की कम-से-कम एक खुराक दी गई।
कोहॉर्ट 1: इनएक्टिवेटेड पोलियोवैक्सीन प्राप्त प्रतिभागियों को nOPV1 या mOPV1 की एक खुराक दी गई।
कोहॉर्ट 3: इन्हीं को nOPV3 या mOPV3 की एक खुराक दी गई।
कोहॉर्ट 2 और 4: ओपीवी प्राप्त प्रतिभागियों को 28 दिन के अंतराल पर nOPV1/mOPV1 या nOPV3/mOPV3 की दो खुराकें दी गईं।
शोधकर्ताओं ने पाया कि nOPV से वायरस का शेडिंग स्तर और अवधि, सेबिन कंट्रोल्स की तुलना में अधिक नहीं थी। दूसरी खुराक के बाद शेडिंग में कमी देखी गई, जो आंतरिक प्रतिरक्षा के मज़बूत होने का संकेत देती है।
nOPV2 के सफल उपयोग से टाइप-2 संचरित वैक्सीन-जनित पोलियोवायरस (VDPVs) पर काबू पाने में मदद मिली थी। इसी तरह, शोधकर्ताओं का मानना है कि nOPV1 और nOPV3 भी वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (Global Polio Eradication Initiative) की एंडगेम रणनीति में अहम भूमिका निभा सकते हैं। ये वैक्सीन वैक्सीन-जनित पक्षाघात (vaccine-associated paralytic polio) और नए VDPVs की उत्पत्ति की संभावना को कम कर सकती हैं।
शोधकर्ताओं ने कहा: “फेज-1 क्लिनिकल स्टडी से nOPV1 और nOPV3 की सुरक्षा और इम्यूनोजेनेसिटी के पर्याप्त प्रमाण मिले हैं। इसी आधार पर अब फेज-2 अध्ययन चल रहा है, जिसमें पहले से टीकाकृत बच्चों, शिशुओं और टीकाकरण-नवजातों पर परीक्षण किया जा रहा है।”