
दोहा, 15 सितम्बर (आईएएनएस) क़तर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख़ मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जासिम अल-थानी ने कहा है कि इज़रायल का हालिया हमला क़तर, मिस्र और अमेरिका के ग़ज़ा युद्ध समाप्त करने के लिए जारी मध्यस्थता प्रयासों को नहीं रोक पाएगा। यह जानकारी क़तर न्यूज़ एजेंसी (QNA) ने दी।
रविवार को अरब और इस्लामी देशों के विदेश मंत्रियों के साथ एक तैयारी बैठक के दौरान उन्होंने यह टिप्पणी की। यह बैठक सोमवार को होने वाले आपातकालीन अरब-इस्लामिक शिखर सम्मेलन से पहले आयोजित हुई थी, जिसमें इज़रायल के हमले पर चर्चा की जाएगी।
बैठक में मंत्रियों ने मंगलवार को दोहा में हुए इज़रायली हमले पर एक मसौदा बयान पर विचार किया। यह हमला एक आवासीय इमारत पर किया गया था, जिसमें कई हमास नेता रह रहे थे।
अपनी बातचीत में अल-थानी ने ज़ोर देकर कहा कि जब तक फ़िलिस्तीनी जनता को उनके वैध अधिकार नहीं मिलते, तब तक इस क्षेत्र में व्यापक शांति और सुरक्षा संभव नहीं है।
मंगलवार को इज़रायल ने क़तर की राजधानी दोहा में एक अभूतपूर्व हवाई हमला किया, जिसका निशाना वह इमारत थी जिसमें हमास के अधिकारी अमेरिका द्वारा प्रस्तुत ताज़ा युद्धविराम प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे थे।
यह हमला उस वक्त हुआ जब हमास के सशस्त्र विंग अल-क़सम ब्रिगेड्स ने यरुशलम के बाहरी क्षेत्र में बस स्टॉप पर हुई गोलीबारी की ज़िम्मेदारी ली थी, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी।
हमले में हमास के पांच सदस्य और एक क़तरी सुरक्षा अधिकारी मारे गए, जबकि हमास की वार्ता टीम के प्रमुख सदस्य बच गए।
दोहा ने इस हमले की कड़ी निंदा की। अल-थानी ने सीएनएन से बातचीत में इसे “राज्य प्रायोजित आतंकवाद” करार दिया।
उन्होंने कहा, “मेरे पास शब्द नहीं हैं यह बताने के लिए कि हम इस कृत्य से कितने आक्रोशित हैं… यह राज्य का आतंकवाद है। हमें धोखा दिया गया है।”
With inputs from IANS