
वॉशिंगटन- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिकी सेना ने दो हफ्तों में दूसरी बार वेनेजुएला की एक कथित ड्रग बोट को निशाना बनाते हुए हमला किया, जिसमें नाव पर सवार तीन लोगों की मौत हो गई। यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में की गई।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, “आज सुबह मेरे आदेश पर, अमेरिकी सैन्य बलों ने SOUTHCOM क्षेत्र में अत्यंत हिंसक ड्रग तस्करी कार्टेल्स और नार्को-टेररिस्ट्स पर दूसरी बार काइनेटिक स्ट्राइक की है।”
उन्होंने कहा, “ये हिंसक ड्रग तस्करी कार्टेल्स अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और अमेरिका के महत्वपूर्ण हितों के लिए ख़तरा हैं।”
ट्रंप की पोस्ट में एक वीडियो भी शामिल था, जिस पर “अनक्लासिफ़ाइड” लिखा था और उसमें समुद्र में एक नाव को आग की लपटों में घिरा हुआ दिखाया गया।
इससे पहले 2 सितम्बर को ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में एक कथित वेनेजुएलन ड्रग बोट पर अमेरिकी सेना से हमला करवाया था, जिसमें 11 लोग मारे गए थे। ट्रंप ने उन्हें “ट्रेन डे अरागुआ (TDA) के नार्को-टेररिस्ट” बताया था।
पहले हमले के बाद वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने इसे “ग़ैरक़ानूनी” करार दिया था। उन्होंने वॉशिंगटन पर झूठे ड्रग तस्करी के आरोप गढ़कर शासन परिवर्तन की साजिश रचने का आरोप लगाया और कहा कि वेनेजुएला कोका की खेती और कोकीन उत्पादन से मुक्त है।
दूसरे हमले पर अब तक वेनेजुएला की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
मादुरो ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अमेरिका और वेनेजुएला के बीच संचार चैनल वॉशिंगटन की वजह से टूट चुके हैं। उन्होंने इसका दोष अमेरिका की “धमकियों और ब्लैकमेल” को दिया, लेकिन ज़ोर देकर कहा कि “अमेरिका की उकसावे की कार्रवाईयों के बावजूद वेनेजुएला ने शांति बनाए रखी है।”
मादुरो ने यह भी कहा कि वेनेजुएला अपने राजनीतिक, कूटनीतिक और संभावित सैन्य हमलों के ख़िलाफ़ अपने वैध अधिकार का प्रयोग करेगा।
With inputs from IANS